मजीद से टॉयलेट साफ कराते थे IS के आतंकी, चार संस्कारों से गुजरा था आरिफ

आईएस से जुड़ने के लिए कल्याण से भागे 3 युवाओं को भी चैट रूम के माध्यम से ही आंतकी संगठन से जुड़ने के लिए ब्रेन वॉश किया गया।;

Update:2014-11-30 00:00 IST
मजीद से टॉयलेट साफ कराते थे IS के आतंकी, चार संस्कारों से गुजरा था आरिफ
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मुंबई. जून में आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया भागने वाले कल्याण निवासी छात्र आरिफ मजीद ने बहुत ही चौंकाने वाला खुलासा किया है। 22 साल के आरिफ ने बताया है कि उसे आतंकी संगठन के आकाओं ने युद्ध नहीं लड़ने दिया बल्कि उससे टॉयलेट साफ करवाने, कूड़े से काम की चीजें ढूंढने और महिलाओं की सुरक्षा करने जैसे कम अहमियत वाले काम करवाए। आरिफ ने बताया है कि आईएस भारतीयों को जंग लड़ने के लायक नहीं मानता। मुंबई का कल्याण का रहने वाला आरिफ माजिद छह महीने में जीवन के चार अहम संस्कारों से गुजर गया। भारत की जमीन छोड़ने और आईएस के लिए काम करने के बीच बीते छह महीने में आरिफ के चार ‘संस्कार’ हो गए। इस दौरान उसका नया नाम रखा गया, उसकी शादी, ‘मौत’ और अंतिम संस्कार तक हो गए। नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) आरिफ से पूछताछ कर रही है। आरिफ 8 दिसंबर तक एनआईए की हिरासत में रहेगा। 
 
 
मजीद शुक्रवार को भारत लौटा जहां से भारतीय जांच एजेंसी एनआईए ने हिरासत में ले लिया। मजीद ने जांचकर्ताओं के सामने खुलासा किया है कि आईएस से जुड़ने के लिए उसका ब्रेन वॉश एक इंटरेनट चैट रूम के जरिए शुरू हुआ था। इस चैट रूप में उसे आतंकी ग्रुप से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया और एक व्यक्ति का फोन नंबर दिया गया, जिसके लोगों ने उसे इराक के मोसुल से अपने साथ ले गए।
 
आरिफ के अलावा आईएस से जुड़ने के लिए कल्याण से भागे तीन अन्य युवाओं को भी कथित तौर पर एक चैट रूम के माध्यम से ही आंतकी संगठन से जुड़ने के लिए ब्रेन वॉश किया गया। शुक्रवार को मजीद को ऐंटिं टेरर लॉ और मित्र देशों के खिलाफ युद्ध छेड़ने के चार्जेज के तहत गिरफ्तार किए गया। उसे शनिवार को एनआईए के साउथ मुंबई कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे 8 दिसंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है।
 
मजीद ने जांचकर्ताओं को बताया कि उस इंटरनेट चैट रूम में उसे अबू अली नामक व्यक्ति का नंबर मिला और उसे कहा गया कि वह इराक के मोसुल पहुंचकर ही उससे संपर्क करे। इराक में आई जॉइन करने के बाद उसे आंतकियों के कंस्ट्रक्शन का काम देखने को कहा गया क्योंकि वह सिविल इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। लेकिन उसने लड़ने की इच्छा व्यक्त की तो उसे एके-47 और रॉकेट लॉन्चर चलाना सिखाया गया। अभ्यास के दौरान वह घायल हो गया और उसे एक उपाचर केंद्र भेज दिया गया, जहां उसे कथित तौर पर इंग्नोर किया गया और इसीलिए मजीद वहां से भाग निकला।
 

नीचे की स्लाइड्स में जानिए, आरिफ के अन्य खुलासे-     

 
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