Expert View: अगर आपको भी बनना है काउंसलर, तो इन इंस्टिट्यूट से करें तैयारी

करियर निर्माण हर स्टूडेंट की जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण फैसला होता है। ऐसे में किसी भी करियर का चुनाव करते समय करियर काउंसलर की सलाह वर्तमान दौर में बहुत से विद्यार्थी लेने लगे हैं। अगर इंसानी मन-दिमाग को समझने में आपकी गहरी अभिरुचि है और विद्यार्थियों को सही करियर और रोजगार तलाशने में मदद करने का शौक भी है, तो करियर काउंसलिंग के क्षेत्र में उजला करियर बनाया जा सकता है। इस बारे में विस्तार से जानिए।
यह हम सभी जानते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति की रुचियां अलग-अलग होती हैं। सभी के काम करने का तथा सोचने का तरीका भी अलग-अलग होता है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति अपनी रुचि तथा क्षमता के मुताबिक करियर का चयन करने की कोशिश करता है, जो उसे संतुष्टि प्रदान करता हो। मौजूदा समय में करियर के हजारों विकल्प मौजूद हैं।
इनमें से कुछ करियर ऐसे हैं, जो आने वाले समय में बड़े करियर के तौर पर स्थापित होने जा रहे हैं तो कुछ ऐसे होते हैं, जिनकी समयावधि छोटी होती है। ऐसे में करियर काउंसलर से सलाह लेकर करियर की गुत्थी सुलझाई जा सकती है। करियर काउंसलिंग दिमाग की उलझनें कम कर देती है। यह छात्र को लक्ष्य हासिल करने में मदद करती है।
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गलत करियर का चुनाव ताउम्र छात्र के लिए तनाव एवं पछतावे का कारण बन जाता है। करियर काउंसलिंग एक वृहत क्षेत्र है तथा इसमें करियर प्लेसमेंट, करियर प्लानिंग एवं शिक्षण योजना भी सम्मिलित है। वर्तमान प्रतियोगिता के दौर में यह जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति ऐसा करियर क्षेत्र चुने, जिसमें उसकी नैसर्गिक प्रतिभा का श्रेष्ठतम इस्तेमाल हो, ताकि वह कम से कम प्रयास में अधिकतम सफलता हासिल कर सके, इसीलिए करियर काउंसलर की भूमिका करियर चयन में बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है।
वर्क एरिया
करियर काउंसलर रुचियों के आकलन और करियर टेस्ट के माध्यम से स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों को उनके विचारों को सुगठित कर उन्हें उच्च शिक्षा, रोजगार विकल्पों और नौकरियों के बारे में मदद देते हैं। काउंसलर प्राप्त नतीजों पर विद्यार्थियों के साथ गौर करते हैं और उन्हें उनकी रुचि के कोर्स, प्रोग्राम आदि को चुनने में महत्वपूर्ण मदद करते हैं।
गौरतलब है कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति की अपनी एक अलग पहचान होती है। लोग समाज में उसे उसकी पहचान, काबिलियत तथा उसके हुनर की बदौलत जानते हैं। अकसर यह देखने में आता है कि युवा सही करियर या पढ़ाई के लिए सही क्षेत्र का चुनाव नहीं कर पाते। इससे उनके अंदर का छुपा हुआ व्यक्तित्व बाहर नहीं निकल पाता।
ऐसे में न तो वे अपने करियर और पढ़ाई में सफलता हासिल कर पाते हैं और न ही जिंदगी में संतुष्ट हो पाते हैं। करियर काउंसलिंग के माध्यम से छात्र की रुचि, योग्यता तथा क्षमताओं के अनुरूप बेहतर करियर विकल्पों को तलाशा जाता है। करियर काउंसलिंग के द्वारा छात्रों की क्षमताओं का आकलन किया जाता है।
संबंधित क्षेत्र में करियर काउंसलर द्वारा करियर के विकल्प तलाशे जाते हैं तथा लक्ष्यों और भविष्य का रोडमैप तैयार किया जाता है। करियर काउंसलिंग एक बेहद कठिन तथा जिम्मेदारी वाला कार्य होता है।
विद्यार्थी का पूरा भविष्य करियर काउंसलर की सलाह पर टिका होता है। इसलिए करियर काउंसलर द्वारा विकल्प देते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि लांग टर्म में वह करियर विकल्प छात्र के लिए कितना उपयोगी रहेगा?
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नेचर ऑफ वर्क
उल्लेखनीय है कि करियर काउंसलिंग के दौरान छात्र का एप्टीट्यूट टेस्ट तथा मनोवैज्ञानिक टेस्ट भी लिया जाता है। इसके माध्यम से छात्र की विश्लेषणात्मक क्षमता, उसकी सोच, विभिन्न विषयों पर उसकी पकड़ आदि का पता लगाया जाता है।
एप्टीट्यूड टेस्ट में यह जांचा जाता है कि छात्र ने किस विषय के कितने प्रश्नों का उत्तर दिया, उन्हें किस प्रकार हल किया है। साथ ही उसने प्रश्नों को किस आधार पर हल किया। इसके साथ उसका मनोवैज्ञानिक टेस्ट भी लिया जाता है।
काउंसलिंग के दौरान काउंसलर विद्यार्थियों के रुझान और रुचि को विशेष रूप से देखता है। उदाहरण के तौर पर यदि कोई छात्र कहता है कि उसकी एयरोनॉटिकल के क्षेत्र में गहरी रुचि है, लेकिन वह मैथ्स की पढ़ाई नहीं करना चाहता तो ऐसे में सबसे पहले उस छात्र के रुझान के मुताबिक करियर के विकल्प तलाशे जाते हैं।
पर्सनल ट्रेट्स
अब सवाल आता है कि करियर काउंसलर कौन बन सकता है? जो व्यक्ति दूसरों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील है, दूसरों के साथ सांत्वना रखता है और विस्तारपूर्वक सूचना प्राप्त करता है, वह करियर काउंसलिंग में अपना चमकीला करियर बना सकता है। करियर काउंसलर लोगों की रुचियों, व्यक्तित्व, मूल्य तथा कौशल का आकलन कर उन्हें करियर संबंधी उचित सलाह देते हैं।
करियर काउंसलर विद्यार्थियों के भावी जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं। अनेक करियर काउंसलर अपने इस कौशल का उपयोग स्कूलों में शिक्षा या विद्यार्थियों को करियर की जानकारी या वोकेशनल ट्रेनिंग देकर करते हैं।
करियर काउंसलर बनने के इच्छुक युवाओं को अकादमिक योग्यताओं से अधिक युवाओं की समस्याएं सुलझाने के लिए भावनात्मक रूप से दक्ष होना चाहिए। उसमें दूसरों की मदद करने की प्रबल इच्छा, अन्य लोगों की जरूरतों को समझना तथा उसके प्रति संवेदनशीलता एवं उन्हें भरोसा और विश्वास दिलाने की क्षमता होनी चाहिए। करियर के बजाय एक स्कूल काउंसलिंग के सहयोगी कार्य के रूप में देखा जाता है।
यही कारण है कि इस क्षेत्र में वर्तमान में अधिक लोग नहीं हैं। हालांकि देश के अधिकांश हिस्सों में करियर प्लानिंग की दृष्टि से सीमित जानकारी है क्योंकि प्रतिवर्ष तीन करोड़ स्नातकों में से दो करोड़ बेरोजगार होते हैं और अधिकांश के लायक कोई काम नहीं होता है। करियर काउंसलर इस समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है।
एलिजिबिलिटीज
अधिकांश करियर काउंसलरों की मनोविज्ञान की पृष्ठभूमि होती है, क्योंकि इससे उन्हें मानव व्यवहार को गहराई से समझने में मदद मिलती है और इससे करियर काउंसलरों को विद्यार्थियों की समस्याएं समझने तथा उन्हें सुलझाने में भी मदद मिलती है। लेकिन अगर आप अपने विषय में पारंगत हैं तो बिना मनोविज्ञान के पाठ्यक्रम के भी इस क्षेत्र में सफल हो सकते हैं।
हमारे देश में करियर काउंसलिंग के अलग से कोई विशेष कोर्स नहीं होते हैं बल्कि गाइडेंस और काउंसलिंग के कोर्स में करियर काउंसलिंग समाहित होती है। जिन प्रत्याशियों के पास किसी भी विषय में स्नातकोत्तर डिग्री है, वह काउंसलिंग में डिप्लोमा के लिए आवेदन कर सकते हैं, हालांकि कुछ संस्थान मनोविज्ञान पृष्ठभूमि वाले विद्यार्थियों को ही तरजीह देते हैं। करियर काउंसलिंग का कोर्स पत्राचार माध्यम से भी उपलब्ध है।
जॉब ऑप्शंस
करियर काउंसलर, स्कूलों तथा शैक्षणिक संस्थानों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। वह करियर सूचना केंद्र तथा करियर शिक्षण कार्यक्रमों में भी कार्य कर सकते हैं। वह विद्यार्थियों को नौकरी ढूंढने के तरीकों जैसे रिज्यूम राइटिंग तथा इंटरव्यू टेक्निक के बारे में भी मदद करते हैं।
करियर काउंसलर रिक्रूटमेंट एजेंसियों के साथ रोजगार संबंधी सलाह भी देते हैं, जिससे विद्यार्थियों को करियर विकास तथा नौकरी खोजने में मदद मिलती है। करियर काउंसलिंग के क्षेत्र में वेतन की बात की जाए तो अधिकांश स्कूल काउंसलरों को अध्यापकों वाली तनख्वाह ही देते हैं, जबकि करियर मैनेजमेंट सर्विस तथा रोजगार एजेंसियों में काम करने वाले इससे अधिक कमा सकते हैं। करियर काउंसलिंग का स्वयं का कंसल्टेशन शुरू करने पर आय की कोई सीमा नहीं है।
प्रमुख संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
वेबसाइट: www.ignou.ac.in
कर्नाटक यूनिवर्सिटी, धारवाड़
वेबसाइट:www.kud.ac.in
-पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
वेबसाइट: www.puchd.ac.in
अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, चेन्नै
वेबसाइट: www.annamalaiunivaersity.ac.in
मुंबई यूनिवर्सिटी, मुंबई
वेबसाइट:www.mu.ac.in
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