PM तक किसानों की आवाज पहुंचाने के लिए 94 वर्ष में बनीं सरपंच
गंगूबाई के चुनाव जीतने के बाद गांव में खुशी का माहौल है।

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haribhoomi.comCreated On: 10 Sep 2016 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. एक तरफ जहां ज्यादातर लोग बढ़ती उम्र के साथ आराम करना और घर पर रहना पसंद करते हैं, वहीं दूसरी तरफ पुणे के एक गांव में लोगों ने 94 साल की एक महिला को अपना सरपंच चुना है। गंगूबाई निवरुत्ति भांबुरे नाम की यह महिला भांबुरवाड़ी गांव की महिला सरपंच चुनी गई हैं। डिस्ट्रिक्ट क्लक्टर सुरभ राव के मुताबिक, गंगूबाई पुणे के किसी गांव की सबसे उम्रदराज महिला सरपंच हैं।
सरपंच बनने के बाद, अब गंगूबाई गांव के विकास कार्यों को लेकर काम करना चाहती हैं, जिसमें सबसे पहले किसानों के लिए पानी की व्यवस्था करना है। भांबुरवाड़ी के पास के गांवों में हजारों हेक्टेयर खेती की जमीन है। पानी की कमी की वजह से पिछले आठ महीनों से इन खेतों की सिंचाई नहीं हुई है। गंगूबाई के पोते राहुल भांबुरे ने बताया कि खेतों से करीब 2 किलोमीटक की दूरी पर एक तालाब है, जहां से किसान एक बूंद पानी भी नहीं ले सकते।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर गंगूबाई मांग करेंगी कि तालाब से खेतों तक एक पाइपलाइन बना दिया जाए ताकि किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सकें। गंगूबाई पीने के पानी की समस्या को भी खत्म करना चाहती हैं। इसके अलावा गांव में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाना और गांव की सड़कों को अपने सरपंच के कार्यकाल में बेहतर बनाना चाहती हैं।
द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गंगूबाई के पति का 10 वर्ष पूर्व निधन हो चुका है। गंगूबाई के चार बेटे हैं और एक बेटी है। गंगूबाई हर रोज सुबह पांच बजे जागती हैं। इसके बाद घर का काम करती हैं। इन सब के बाद वो गांव का मुआयना करने निकलती हैँ।
सरपंच बनने के बाद, अब गंगूबाई गांव के विकास कार्यों को लेकर काम करना चाहती हैं, जिसमें सबसे पहले किसानों के लिए पानी की व्यवस्था करना है। भांबुरवाड़ी के पास के गांवों में हजारों हेक्टेयर खेती की जमीन है। पानी की कमी की वजह से पिछले आठ महीनों से इन खेतों की सिंचाई नहीं हुई है। गंगूबाई के पोते राहुल भांबुरे ने बताया कि खेतों से करीब 2 किलोमीटक की दूरी पर एक तालाब है, जहां से किसान एक बूंद पानी भी नहीं ले सकते।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर गंगूबाई मांग करेंगी कि तालाब से खेतों तक एक पाइपलाइन बना दिया जाए ताकि किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सकें। गंगूबाई पीने के पानी की समस्या को भी खत्म करना चाहती हैं। इसके अलावा गांव में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाना और गांव की सड़कों को अपने सरपंच के कार्यकाल में बेहतर बनाना चाहती हैं।
द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गंगूबाई के पति का 10 वर्ष पूर्व निधन हो चुका है। गंगूबाई के चार बेटे हैं और एक बेटी है। गंगूबाई हर रोज सुबह पांच बजे जागती हैं। इसके बाद घर का काम करती हैं। इन सब के बाद वो गांव का मुआयना करने निकलती हैँ।
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