कभी रेगिस्तान में था पानी, पैरों पर चलती थी व्हेल मछली, मिला जीवाश्म
पेरू के ओकसाजे रेगिस्तान में पुरातत्व विज्ञानियों ने वॉकिंग व्हेल के अवशेष ढूंढ हैं।

पेरू। वन्य प्राणियों के अवशेष मिलने के बाद अब पेरू के ओकसाजे रेगिस्तान में पुरातत्व विज्ञानियों ने वॉकिंग व्हेल के अवशेष खोज निकाले हैं। रेगिस्तान में व्हेल के इस मुद्रा में अवशेष मिलने से विज्ञानी भी हैरान हैं। विज्ञानी इसे समुद्री स्तनपायी जीवों व उनके पूर्वजों के धरती पर 4 करोड़ साल पहले मौजूद होने का बड़ा सबूत मान रहे हैं। हालांकि इससे पहले भी यहां कई जीवों के अवशेष मिले हैं, लेकिन वॉकिंग व्हेल के अवशेष इस रेगिस्तान में पहली बार पाए गए हैं। इससे यह भी अंदेशा हो रहा है कि जहां व्हेल के अवशेष मिले, वहां कभी पानी भी रहा होगा। आज पूरी तरह रेगिस्तान है। या फिर इस तरह की व्हेल धरती पर चलने में भी सक्षम रही होगी। फिलहाल पुरातत्व विज्ञानी वॉकिंग व्हेल के दांत और हड्डियों का परीक्षण कर रहे हैं, जिससे यह पता लगाया जाएगा कि उन दिनों इनका भोजन क्या था।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App