तिब्बत में मौत के बाद लाश के टुकड़ों को काटकर गिद्धों को खिलाने की है परंपरा
संस्कार की यह अनोखी परंपरा बौद्ध समुदाय के बीच प्रचलित है।

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haribhoomi.comCreated On: 24 March 2014 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. आदमी को मौत के बाद अंतिम क्रिया के रूप में या जलाया जाता है या दफनाया जाता है। लेकिन तिब्बत में अंतिम संस्कार का एक दूसरा ही रुप विद्यमान है। वहां लाशों जलाने या दफनाने के बाद उन्हें काटकर गिद्धों को खिला दिया जाता है।अंतिम संस्कार की इस परंपरा को मानने वाले समुदाय की मान्यता है कि मृत व्यक्ति के शव को गिद्ध जैसे जानवर खाएं तो उनकी उड़ान के साथ उस व्यक्ति की आत्मा भी स्वर्ग पहुंच जाती है। यह परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है। इस परंपरा को नियिंगमा परंपरा ( स्काई बुरियल) कहा जाता है। संस्कार की यह अनोखी परंपरा बौद्ध समुदाय के बीच प्रचलित है।
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