टेलीफोन से बात करते करते बना दिया टेलीफोन का म्यूजियम
पहले जब हमें दूर शहर में रहने वाले किसी रिश्तेदार से बात करना होता था तो हम टेलीफोन बूथ जाते थे। लेकिन अब वह दौर गुजर चुका है। धीरे-धीरे टेलीफोन बूथ नदारद होते जा रहे हैं। लेकिन एक संस्था ने टेलीफोन बूथ को जिंदा रखने के लिए सहेझने का प्रयास किया वो भी बिल्कुल अलग अंदाज में, जिसके कारण इन टेलीफोन बूथों को देखने के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ती है।
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टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 26 March 2019 9:11 PM GMT
पहले जब हमें दूर शहर में रहने वाले किसी रिश्तेदार से बात करना होता था तो हम टेलीफोन बूथ जाते थे। लेकिन अब वह दौर गुजर चुका है। धीरे-धीरे टेलीफोन बूथ नदारद होते जा रहे हैं। लेकिन एक संस्था ने टेलीफोन बूथ को जिंदा रखने के लिए सहेझने का प्रयास किया वो भी बिल्कुल अलग अंदाज में, जिसके कारण इन टेलीफोन बूथों को देखने के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ती है।
दरअसल, ब्रिटेन में एक टेलीफोन बूथ को म्यूजियम में बदल दिया गया है। ब्रिटिश टेलीकम्यूनिकेशन ने उपयोग में ना होने के कारण 43 टेलीफोन बूथ को हटाने का फैसला लिया था, लेकिन वॉरले कम्यूनिटी एसोसिएशन नामक संस्था की ओर से इन्हें बचाने का सफल प्रयास किया गया।
साल 2008 से यह संस्था विभिन्न तरीकों से पैसा इकट्ठा कर इस तरह की पुरानी चीजों को बचाने का काम करती आ रही है। इंग्लैंड के यॉर्कशायर के पश्चिम भाग में ऐसे ही एक पुराने टेलीफोन बूथ को म्यूजियम का रूप दिया गया है।
ऐसे में वॉरले कम्यूनिटी एसोसिएशन द्वारा दुनिया के सबसे छोटे म्यूजियम की स्थापना की गई है। यह सिर्फ 36 वर्ग फीट का है और इतनी छोटी सी जगह में कई सारी ऐतिहासिक चीजों को रखकर सजाया गया है। इनमें आर्टिफैक्ट्स, पुराने फोटोग्राफ्स और एंटिक ज्वैलरी आदि चीजें शामिल हैं।
इस संग्रहशाला का नाम द मेपोल इन रखा गया है। इस टेलीफोन बूथ म्यूजियम को देखने के लिए हर दिन कई लोग जाते हैं। सबसे खास बात यह है कि हर तीन महीने में टेलीफोन बूथ म्यूजियम के अंदर रखे सामानों को बदल दिया जाता है।
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