यहां की महिलाएं जिंदगी में सिर्फ एक बार नहाती हैं, इस तरह रखती हैं बॉडी को फ्रेश
अफ्रीका के नॉर्थ-वेस्ट नामीबिया के कुनैन प्रांत में रहने वाली हिम्बा जनजाति की महिलाएं जिंदगी में सिर्फ एक बार नहाती हैं, वो भी सिर्फ तब जब उनकी शादी होती है।

अफ्रीका के नॉर्थ-वेस्ट नामीबिया के कुनैन प्रांत में रहने वाली हिम्बा जनजाति की महिलाएं जिंदगी में सिर्फ एक बार नहाती हैं, वो भी सिर्फ तब जब उनकी शादी होती है।
इसके बावजूद वो खुद को फ्रेश रखती हैं। उन्हें पानी का इस्तेमाल करना मना है। यहां तक कि वे कपड़े भी नहीं धो सकतीं। यहां की महिलाओं की त्वचा का रंग भी लाल होता है। इसके पीछे भी एक बड़ा कारण है।
हिम्बा जनजाति की महिलाएं नहाने की जगह खास जड़ी-बूटियों को पानी में उबालकर उसके धुंए से अपनी बॉडी को फ्रेश रखती हैं ताकि उनसे बदबू ना आए।
इसकी खुशबू से इनकी बॉडी कभी ना नहाने के बाद भी फ्रेश लगती है। इस ट्राइब की महिलाएं अपनी स्किन को धूप से बचाने के लिए खास तरह के लोशन का इस्तेमाल करती हैं।
यह लोशन जानवर की चर्बी और हेमाटाइट (लोहे की तरह एक खनिज तत्व) की धूल से तैयार किया जाता है। हेमाटाइट की धूल की वजह से उनके त्वचा का रंग लाल हो जाता है। ये खास लोशन उन्हें कीड़ों के काटने से भी बचाता है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App