हैरतअंगेज : सूरत की महिला बाइकर्स लगाएंगी तीन महाद्वीपों का चक्कर, बार्सिलोना में मनाएंगी स्वतंत्रता दिवस
गुजरात के सूरत से हैरतअंगेज कर देने वाली खबरें आ रही हैं। दरअसल सूरत से महिलाओं की बाइकिंग ग्रुप 'बाइकिंग क्वींस' की 3 महिला राइडर्स 3 महाद्वीपों - एशिया, यूरोप और अफ्रीका के 25 से अधिक देशों का चक्कर लगाएंगी।

गुजरात के सूरत से हैरतअंगेज कर देने वाली खबरें आ रही हैं। दरअसल सूरत से महिलाओं की बाइकिंग ग्रुप 'बाइकिंग क्वींस' की 3 महिला राइडर्स 3 महाद्वीपों - एशिया, यूरोप और अफ्रीका के 25 से अधिक देशों का चक्कर लगाएंगी। इस दौरान वे तमाम देशों का भ्रमण करते हुए हुए लंदन तक बाइकिंग अभियान पर जाने के लिए तैयार हैं। महिला बाइकर्स के अभियान को 5 जून को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी से हरी झंडी दिखाएंगे।
Gujarat: 3 women riders of Biking Group 'Biking Queens' from Surat are set to go on a biking expedition from India to London, covering over 25 countries of 3 continents – Asia, Europe & Africa. The expedition will be flagged off by UP CM, Yogi Adityanath from Varanasi on 5 June. pic.twitter.com/2Zh9PcQA9k
— ANI (@ANI) May 31, 2019
माउंट एवरेस्ट के आधार से शुरू होगा सफर
महिला बाइक राइडर्स का कहना है कि वे अभियान के दौरान 23 देशों में भारतीय परिवारों, बाइकिंग समुदायों, भारतीय दूतावासों और उच्च आयोगों का दौरा करेंगी। डॉ. मेहता ने कहा कि हमने जो रास्ता चुना है अतीत में किसी भी भारतीय महिला इस तरह का प्रयास कभी नहीं किया। हमारी बाइक यात्रा हिमालय के माउंट एवरेस्ट के आधार से शुरू होकर इसके बेस कैंप क्षेत्र तक जाएगी और फिर किर्गिस्तान और उजबेकिस्तान के रेगिस्तान को पार करेगी। एशिया और यूरोप के देशों के अलावा, हम अफ्रीका में मोरक्को की यात्रा भी करने जा रहे हैं।
महिलाओं पर बना मिथक तोड़ना है
डॉ. सारिका मेहता बताती हैं कि वे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मदद से यूरोप, अफ्रीका और रूस की बाइक पर गई थीं। यह जीनल शाह और रूताली पटेल के लिए पहला अभियान है। सारिका एक मनोवैज्ञानिक और पर्वतारोही हैं। वह दो बच्चों धनश्री और जनम मेहता की मां हैं, जो सबसे छोटी पर्वतारोही हैं। उन्होंने कहा कि वे मिथक को तोड़ने के लिए इस साहसिक कार्य को अंजाम दे रही हैं कि महिलाएं अब असुरक्षित और डरपोक नहीं हैं, वे दुनिया के किसी कोनें में जा सकती हैं।
दुर्गम रास्तों से सफर की शुरुआत
उन्होंने कहा कि उनकी टीम ऊंचे पहाड़ों, रेगिस्तानों और बर्फ के बीच से गुजरेगी। डॉ. मेहता ने कहा कि अभियान 5 जून को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से शुरू होगा और 6 जून को पवित्र गंगा और काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने के बाद नेपाल में प्रवेश करेगा। हम भोजन और पानी की सीमित उपलब्धता के साथ विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में सवारी करेंगे। यह हमारे लिए एक कठिन अभियान होने जा रहा है।
किन-किन देशों का करेंगी भ्रमण
डॉ मेहता ने बताया कि अभियान में भारत, नेपाल, भूटान, म्यांमार, लाओस, चीन, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, रूस, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, चेक गणराज्य, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, मोरक्को और यूनाइटेड किंगडम के इलाके शामिल होंगे।उन्होंने कहा कि हम 15 अगस्त को बार्सिलोना और स्पेन में भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे।
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