पनीर का सेवन करने से छोटी हो गई हमारी खोपड़ी: रिसर्च
शोधकर्ताओं ने पूरे विश्व के अलग-अलग हिस्सों से करीब एक हजार मानव स्कल ''खोपड़ी'' एकत्रित अध्ययन किया।

X
टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 22 Sep 2017 2:16 PM GMT
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं के अध्यन द्वारा एक चौंकाने वाला माला सामने आया है। जिसे सुनकर शायद आपको यकीन करना मुश्किल होगा।
शोधकर्ताओं ने कहा है कि मानव जाति का डेरी के प्रोडोक्ट प्रयोग हानिकारक साबित हो रहा है। इसके प्रयोग ने हाथ और जबड़ों को कमजोर करना शुरू कर दिया है। इसका नतीजा ये हुआ कि हमारी खोपड़ी का आकार भी घट गया।
शोधकर्ताओं के मुताबिक इसकी वजह ये है कि इन खाद्य सामग्रियों का प्रयोग करने के बाद मानव की शिकार पर र्निभरता कम होने लगी और मुलायम चीजों को चबाने से उसके जबड़ों पर दबाव पड़ना भी कम हो गया।
शोधकर्ताओं ने पूरे विश्व के अलग-अलग हिस्सों से करीब एक हजार मानव स्कल 'खोपड़ी' एकत्रित अध्ययन किया। इनमें मानव के खेती बाड़ी और डेरी प्रोडेक्ट के इस्तेमाल के बाद और उससे पहले शिकार पर निर्भर मानव की खोपड़ियां शामिल की गई थीं।
जब दोनों की तुलना करने पर इस रिसर्च में निकल कर आया कि जैसे जैसे मानव फार्मिंग और पशुपालन की तकनीक विकसित करके फल सब्जियों और पशुओं के दूध से बनने वाले डेरी उत्पादों का प्रयोग बहुतायत में करने लगा उसके जबड़े सिकुड़ने लगे और खोपड़ी का आकार भी घटने लगा।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Next Story