देखिए स्वस्थ्य हो जाने के बाद चिम्पैंजी ने कैसे किया डाक्टर का आभार व्यक्त
बीमार चिम्पैंजी ने स्वस्थ हो जाने पर डाक्टर का आभार प्रकट किया।

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ranjeet@haribhoomi.comCreated On: 13 Feb 2014 12:00 AM GMT
कांगो. इंसान और जानवरों का रिश्ता बहुत पुराना है। दोनों प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक दूसरे पर निर्भर हैं। दोनों के बीच गहरा जुड़ाव होता है। ये अलग बात है कि जानवर अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पाते लेकिन हम आपको उस चिम्पैंजी के बारे में बता रहे हैं। जिसने खुल कर अपनी फीलिंग जाहिर की।
कांगो में वाउंडा नाम का चिम्पैंजी खाने के अभाव में कमजोर और बीमार था। इस चिम्पैंजी का इलाज करने के लिए कांगो की डॉ. जेन गुडाल अपनी संस्थान में ले आई जहां पहले से ही 160 चिम्पैंजी थे। वाउंडा की खूब देखभाल हुई।
उसे भरपूर खाना दिया गया। उसकी बीमारी का इलाज किया गया। जब वह ठीक हो गया तब उसे वापस चिम्पॉउंगा द्वीप भेजा जा रहा था। वाउंडा ने विदाई के समय डा. जेन गुडाल को गले लगाकर उनका आभार व्यक्त किया। वाउंडा भावुक हो गया और उसने कई तरीके से अपनी भावनाएं व्यक्त की।
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नीचे की स्लाइड्स में जानिए, चिम्पैंजी ने कैसे किया आभार व्यक्त-
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