यूपी सरकार ने कांग्रेस से जिलाधिकारियों को बसें सौंपने को कहा, प्रियंका गांधी ने राजनीति करने का लगाया आरोप
उत्तर प्रदेश के मजूदरों को घर पहुंचाने के लिए चलायी जाने वाली कांग्रेस की प्रस्तावित बसों का मामला गर्मा गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के कार्यालय ने उत्तर प्रदेश सरकार पर मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया है। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने बसें नोएडा और गाजियाबाद के डीएम को सौंपने को कहा है।

उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए कांग्रेस की ओर से चलायी जाने वाली प्रस्तावित बसों के मामले में नया मोड़ आ गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को बसें चलाने की मंजूरी देने के बाद उनका फिटनेस सर्टिफिकेट और ड्राइवरों के लाइसेंस मांगे हैं। इसके बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। वहीं अब उत्तर प्रदेश सरकार ने बसें नोएडा-गाजियाबाद के डीएम को सौंपने को कहा है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने 16 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। जिसमें दूसरे राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के मजूदरों को घर पहुंचाने के लिए 1 हजार बसें चलाने की मंजूरी मांगी। 19 मई को अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने इसकी मंजूरी दे दी। लेकिन रात में दूसरा पत्र लिखकर बसें चलाने से पहले उनका फिटनेस सर्टिफिकेट और ड्राइवरों के लाइसेंस मांगे। इसके बाद सोमवार रात में ही प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह ने इसका जवाब दिया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के कार्यालय ने मंगलवार को आरोप लगाया कि श्रमिकों को उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर खड़ी 1000 बसों को दस्तावेज समेत लखनऊ भेजने की उत्तर प्रदेश शासन की मांग राजनीति से प्रेरित है। प्रदेश सरकार मुश्किल में फंसे मजदूरों की मदद नहीं करना चाहती। उसने राज्य सरकार से यह आग्रह भी किया कि तत्काल एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए जिससे समन्वय करके बसों के माध्यम से श्रमिकों को उनके घर भेजने का काम आरंभ हो सके। कांग्रेस महासचिव के निजी सचिव संदीप सिंह ने सोमवार देर रात उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी को पत्र लिखकर कहा जब हजारों मजदूर पैदल चल रहे हैं और हजारों की भीड़ पंजीकरण केंद्र पर उमड़ी हुई है तब सिर्फ खाली बसों को लखनऊ भेजना न सिर्फ समय की बर्बादी है, बल्कि हद दर्जे की अमानवीयता भी है। उन्होंने आरोप लगाया आपकी सरकार की मांग पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित लगती है। ऐसा लगता नहीं है कि आपकी सरकार विपदा का सामना कर रहे श्रमिकों की मदद करना चाहती है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बसें जिलाधिकारियों को सौंपने को कहा
कांग्रेस द्वारा मंगलवार सुबह लखनऊ में बसें उपलब्ध कराने में असमर्थता जाहिर करने पर उप्र सरकार ने उन्हें आज दोपहर 500 बसें गाजियाबाद तथा 500 बसें नोएडा के जिलाधिकारियों को सौंपने को कहा है । मंगलवार सुबह अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव को भेजे गये पत्र में कहा, ''आपके पत्र के अनुसार आप लखनऊ में बस देने में असमर्थ हैं एवं नोएडा,गाजियाबाद बार्डर पर ही बस देना चाहते है । अत:ऐसी स्थिति में कृपया जिलाधिकारी गाजियाबाद को 500 बसें 12 बजे तक उपलब्ध कराने का कष्ट करें। जिलाधिकारी गाजियाबाद को तदअनुसार निर्देशित किया गया है । गाजियाबाद में जिला प्रशासन द्वारा सभी बसों को रिसीव किया जायेगा एवं उनका उपयोग किया जाएगा । कृपया गाजियाबाद के कौशांबी बस अड्डे एवं साहिबाबाद बस अड्डे में बसें उपलब्ध कराने का कष्ट करें ।