कासगंज हिंसा: पटरी पर लौटी जिंदगी, हिंसा फैलाने वालों पर प्रशासन सख्त
उत्तर प्रदेश के कासगंज में पिछले तीन दिनों से जारी हिंसा पर कल शाम से ब्रेक लग गया है।

उत्तर प्रदेश के कासगंज में पिछले तीन दिनों से जारी हिंसा पर कल शाम से ब्रेक लग गया है। वहां पर जिंदगी फिर से पटरी पर लौट रही है, हालांकि हर इलाके की अभी भी सख्त निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने स्तिथि को नियंत्रण में रखने के लिए 100 से ज्यादा लोगों को पकड़ा है।
राज्य की योगी सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं, वहां हिंसा करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार व पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के साथ बैठक कर घटना की पूरी जानकारी ली और पूरे मामले में सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। सूत्रों की माने तो इस घटना को लेकर कुछ अधिकारियों पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।
Visuals from Kasganj, locals say the city is slowly returning back to normalcy but administration should ensure that such incidents do not take place again. #KasganjClashes pic.twitter.com/b5t01pJGxh
— ANI UP (@ANINewsUP) January 29, 2018
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मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक चंदन गुप्ता के परिजनों को 20 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री एवं उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने ट्विट करके कहा, 'कासगंज की हिंसा दु:खद! मृत युवक के परिजनों को पचास लाख रुपये मुआवज़ा एवं घायलों के उपचार का प्रबंध करे सरकार। जान माल की सुरक्षा के साथ जनता के नुक़सान की भरपाई का हो इंतज़ाम। दबिश और कार्रवाई के नाम पर निर्दोषों पर ना हो अत्याचार।'
कासगंज की हिंसा दु:खद! मृत युवक के परिजनों को पचास लाख रुपये मुआवज़ा एवं घायलों के उपचार का प्रबंध करे सरकार। जान माल की सुरक्षा के साथ जनता के नुक़सान की भरपाई का हो इंतज़ाम। दबिश और कार्रवाई के नाम पर निर्दोषों पर ना हो अत्याचार।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 28, 2018
एसपी पर गिर सकती है गाज
कासगंज में रविवार को शांति रही और अधिकारियों ने स्थिति नियंत्रित होने का दावा भी किया लेकिन, पूरे मामले में हुई चूक को लेकर मुख्यमंत्री गंभीर हैं। अधिकारियों के साथ हुई उनकी बैठक के बाद माना जा रहा है कि घटना में हुई लापरवाही का ठीकरा वहां के एसपी सुनील कुमार सिंह पर फूट सकता है।
मुख्यमंत्री के साथ बैठक में उनके प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल भी मौजूद रहे। इससे पहले पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि कासगंज में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई होगी। वहां तलाशी में लोगों के घरों से बम व पिस्टल मिले हैं।
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स्तिथि अब सामान्य
डीजीपी ओपी सिंह ने मीडिया से कहा कि 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालने के लिए किसी को अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती। डीजीपी ने बताया कि कासगंज में स्थिति अब सामान्य हो रही है। रविवार को वहां कोई घटना नहीं हुई, पुलिस प्रदेश के लोगों को सुरक्षा देने में सक्षम है। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ने रविवार को भी कासगंज मामले की कई बार जानकारी ली।
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