बसपा सुप्रीमो मायावती ने कासगंज हिंसा पर सीएम योगी से पूछे सवाल
राज्यपाल राम नाइक के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने कासगंज हिंसा को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया।

उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्यपाल राम नाइक के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने हिंसा को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया। महाराणा प्रताप के परिनिर्वाण दिवस के मौके पर राज्यपाल ने कहा कि कासगंज की घटना किसी के लिए भी शोभादायक नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो कासगंज में हुआ वह किसी को भी शोभा नहीं देता। वहां जो घटना हुई है, यूपी के लिए कलंक के रूप में हुई है। सरकार उसकी जांच करा रही है, सरकार ऐसे कदम उठाए कि फिर से ऐसा न हो।
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इस बीच, बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि सूबे में जंगलराज फैला है। इसका ताजा उदाहरण कासगंज की घटना है जहां हिंसा की आग अब भी शांत नहीं हुई है। बसपा इसकी कड़ी निंदा के साथ-साथ दोषियों को सख्त सजा देने की मांग करती है।
उन्होंने कहा कि खासकर भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान तथा महाराष्ट्र आदि में अपराध-नियन्त्रण और कानून-व्यवस्था के साथ-साथ जनहित तथा विकास का बुरा हाल है। इससे यह साबित होता है कि भाजपा एंड कम्पनी का हर स्तर पर घोर अपराधीकरण हो गया है।
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उन्होंने कहा कि हमेशा चुनाव के पहले दंगा होता है। मुजफ्फरनगर में भी लोकसभा चुनाव से पहले दंगा हुआ था। कासगंज में भी दंगा हुआ। चुनाव से पहले ही क्यों दंगा होता है, इसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।
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