AMU विवाद: सीएम योगी ने कहा- जिन्ना ने किया था देश का बंटवारा, भारत में महिमामंडन बर्दाश्त नहीं
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर हुआ विवाद अभी थमा नहीं है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे को लेकर कहा कि जिन्ना ने हमारे देश का बंटवारा किया था तो हम उनकी उपलब्धियों का बखान कैसे कर सकते हैं। हमारे देश में जिन्ना का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर हुआ विवाद अभी थमा नहीं है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे को लेकर कहा कि जिन्ना ने हमारे देश का बंटवारा किया था तो हम उनकी उपलब्धियों का बखान कैसे कर सकते हैं। हमारे देश में जिन्ना का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान सीएम योगी ने कहा कि एएमयू में मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। जल्द ही जांच रिपर्ट मिल जाएगी, इसके बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।
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सीएम के कड़े रुख से साफ है कि AMU में जिन्ना की तस्वीर मामले में योगी सरकार कोई कोताही नहीं बरतेगी। बता दें कि सीएम योगी आज कर्नाटक में चुनाव प्रचार करेंगे। इसी दौरान उन्होंने न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए ये बातें कही।
हालांकि, तस्वीर पर हुए विवाद के बाद एएमयू हॉल से जिन्ना की तस्वीर को हटा दिया गया था। लेकिन इसके पीछे तर्क दिया गया कि परिसर में सफाई चलने के कारण तस्वीरों को हटाया जा रहा है।
क्या है मामला
अलीगढ़ से BJP सांसद सतीश गौतम ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति तारिक मंसूर को पत्र लिख विश्वविद्यालय छात्रसंघ के कार्यालय की दीवारों पर पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगे होने पर आपत्ति जताई थी।
हालांकि, मामले को लेकर विश्वविद्यालय के प्रवक्ता शाफे किदवई ने यहां दशकों से लटकी जिन्ना की तस्वीर का बचाव करते हुए कहा कि जिन्ना विश्वविद्यालय के संस्थापक सदस्य थे। साथ ही उन्हें छात्रसंघ की आजीवन सदस्यता दी गई थी।
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प्रवक्ता का कहना है कि जिन्ना को भी 1938 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्रसंघ की आजीवन सदस्यता दी गई थी। साथ ही वे 1920 में यूनिवर्सिटी कोर्ट के संस्थापक सदस्य और एक दानदाता भी थे। किदवई ने कहा कि जिन्ना को मुस्लिम लीग द्वारा पाकिस्तान की मांग किए जाने से पहले ये सदस्यता दी गई थी।
जिन्ना की तस्वीर विवाद पर AMU के बिगड़े माहौल को देखते हुए मंगलवार को आरएएफ की दो कंपनियों को वहां तैनात किया गया है। वहीं बुधवार शाम को विश्वविद्यालय परिसर में हंगामे और नारेबाजी के बीच सुरक्षा बढ़ाई गई। बता दें कि जिन्ना की तस्वीर को लेकर पिछले कई दिनों से सियासत जारी है।
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