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Fake Medicine : नकली दवाओं पर नकेल कसेगी सरकार, अब इस तरह पता लगा पाएंगे दवाई की असलियत

केंद्र सरकार जल्द ही नकली दवाओं पर नकेल कसने वाली है। उन्होंने सबसे ज्यादा बिकने वाली दवाओं के लिए ‘ट्रैक एंड ट्रेस’ व्यवस्था शुरू करने की योजना बनाई है।

Fake Medicine: Government will crack down on fake medicines
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नकली दवाओं पर नकेल कसेगी सरकार

नकली दवाओं (Medicine) पर नकेल कसने के लिए केंद्र सरकार (Central Government) जल्द ही बड़ा कदम उठाने वाली है। इसका मतलब ये है कि अब कंज्यूमर जल्द ही यह जांच कर पाएंगे कि जिस दवा को उन्होंने खरीदा है, वो असली है या नकली है। 2019 में अमेरिका ने भी भारत (India) को नकली दवाओं की बढ़ती समस्या के बारे में चेताया था। उन्होंने दवा किया था कि भारतीय बाजार में बिकने वाले सभी फार्मास्युटिकल सामान का लगभग 20% नकली है। इसी को देखते हुए सरकार ने नकली और घटिया दवाओं के उपयोग को रोकने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सबसे ज्यादा बिकने वाली दवाओं के लिए 'ट्रैक एंड ट्रेस' व्यवस्था शुरू करने की योजना बनाई है।

इस बारे में बात करते हुए एक अधिकारी ने बताया कि सभी तैयारियां कर ली गई हैं और कुछ हफ्तों में ही इसे लागू कर दिया जाएगा। यह कदम अनिवार्य होगा। सबसे पहले इस चरण में उन 300 ब्रांड्स की दवाओं की सूची जारी की जाएगी जो पहले दौर में क्यूआर या बारकोड (QR or Barcode) मैंडेट को अपनाएंगे। इसके बाद इसे पूरे फार्मा उद्योग में जारी कर दिया जाएगा। इन ब्रांड्स में भारतीय फार्मा बाजार में सबसे ज्यादा एमआरपी वाली और बड़ी संख्या में बिकने वाली कार्डिएक, एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक गोलियां और एंटी-एलर्जी जैसी दवाओं के शामिल होने की उम्मीद है।

इस कदम का संकल्प हालांकि कुछ सालों पहले लिया गया था। लेकिन घरेलू फार्मा उद्योग में जरूरी तैयारियों की कमी होने की वजह से इसे रोक दिया गया था। यहां तक कि निर्यात के लिए भी ट्रैक एंड ट्रेस मैकेनिज्म को अगले साल तक के लिए टाल दिया गया है। जबकि पिछले कुछ सालों में बाजार में नकली और घटिया दवाओं के बहुत से मामले सामने आए हैं।

कैसे काम करेगी बारकोडिंग

जून में ये मसौदा अधिसूचना जारी करते समय सरकार ने कहा था कि फॉर्मूलेशन उत्पादों के निर्माता अपने प्राथमिक उत्पाद पैकेजिंग लेबल पर और द्वितीयक पैकेज लेबल पर बारकोड या क्यूआर कोड को प्रिंट करेंगी या चिपकाएंगे। जो सर्टिफिकेशन की सुविधा के लिए सॉफ्टवेयर ऍप्लिकेशन्स के साथ डेटा या जानकारी को सुपाठ्य संग्रहित करते हैं। इकट्ठा किया हुआ डेटा या जानकारी में एक विशिष्ट उत्पाद पहचान कोड दवा का उचित और सामान्य नाम, निर्माता का नाम, ब्रांड नाम और पता, बैच नंबर, उत्पादन की तारीख, समाप्ति की तारीख जैसी चीजें शामिल होगी।

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Rajshree Verma

Rajshree Verma

मैं राजश्री बीते एक साल से हरिभूमि डिजिटल में सब-एडिटर के तौर पर करियर, वायरल और नॉलेज बीट पर कार्य कर रही हूं। कंटेंट राइटिंग में मुझे 5 सालों का अनुभव है। पत्रकारिता मेरा पैशन है और मुझे लिखना-पढ़ना बेहद पसंद है।


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