सेना में भर्ती होने तक उनके दिल में हॉकी के प्रति कोई लगाव नहीं था।सेना में भर्ती होने के बाद ध्यानचंद को हॉकी खेलने के लिए प्रेरित किया हॉकी खिलाड़ी...