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अब बहुत ज्यादा देर तक नहीं घूम पाएंगे आप ताजमहल

ताजमहल के संरक्षण के लिए सैलानियों के ठहरने की समय-सीमा तय करने पर विचार हो रहा है।

अब बहुत ज्यादा देर तक नहीं घूम पाएंगे आप ताजमहल
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आगरा. ताजमहल घूमने जाने वालों को यह खबर उदास कर सकती है। जी हां ताजमहल पर अब आप तीन-चार घंटो से ज्यादा नहीं रुक पाएंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह ताजमहल के संरक्षण और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्यटकों को बस तीन या चार घंटे का समय देने पर विचार कर रहा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक रोजाना करीब 60 हजार से ज्यादा पर्यटक ताजमहल देखने जाते हैं और छुट्टियों में यह संख्या बढ़कर 1 लाख तक पहुंच जाती है। इसलिए इसके संरक्षण के लिए सैलानियों के ठहरने की समय-सीमा तय करने पर विचार हो रहा है। हालांकि आगरा के अप्रूवड गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा का कहना है कि, "एएसआइ पर्यटकों के ताजमहल पर रुकने के घटनाओं को तय करने की बजाय रोजाना आने वाले सैलानियों की संख्या सीमित करें।"

तो वहीं एएसआइ के इस फैसले पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आ रही है और विशेषज्ञों का कहना है कि इस फैसले से कोई ज्यादा फायदा नहीं होने वाला है। फिलहाल आलम यह है कि ताजमहल पर किसी भी समय कितने भी पर्यटक घूमने जा सकते हैं।

इस मामले में अलग-अलग तरह के सुझाव आ रहे हैं। प्रदेश के मान्यता प्राप्त गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने सुझाव दिया कि, "एएसआइ को स्टेप टिकिटिंग की व्यवस्था करनी चाहिए। इसके तहत ताजमहल की अलग-अलग जगहों को देखने के लिए अलग से टिकट लेना होगा और इनकी कीमतें भी अलग होंगी। इससे ताजमहल की ईमारत तक जाने वालों की संख्या काफी कम हो जाएगी।"

बता दें कि एएसआइ का यह ताजा प्रस्ताव नेशनल एन्वायरेन्मेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इस्टिट्यूट (NEERI) के प्रस्ताव से बिलकुल अलग है। नीरी ने ताजमहल की भार सहन करने की क्षमता पर रिसर्च करके एक प्रस्ताव दिया था कि, "ताजमहल पर पर्यटकों को एक या डेढ़ घंटे से ज्यादा रुकने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

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