उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम: बेमेतरा जिले में महापरीक्षा का आयोजन, निरक्षरों को साक्षर बनने का मिला मौका

निरक्षरों ने साक्षर बनने के लिए दिलाई परीक्षा
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत महापरीक्षा का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलेभर में 16 हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिसमें हर वर्ग की सामान भागीदारी देखने को मिली, परीक्षा के बाद सभी को साक्षर होने का प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। जिसके बाद परीक्षार्थियों को पढ़े- लिखे होने का दर्जा प्राप्त हो सकेगा।
परीक्षा का उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोग जो निरक्षर थे, उन्हें साक्षर बनाना है। जिसके माध्यम से उन्हें भी समाज के पढ़े- लिखे होने का सामान दर्जा प्राप्त हो सके। इस महापरीक्षा जिलेभर के सभी 7 विकासखंडों में आयोजित किया गया था। जिले के कलेक्टर और जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अध्यक्ष रणबीर शर्मा के निर्देशानुसार हुआ।
16 हजार से अधिक लोग रहें उपस्थित
यह परीक्षा 591 केन्द्रों में आयोजित की गई थी जिसमें 16 हजार 750 परीक्षार्थी शामिल हुए। इस दौरान सभी में उत्साह का माहौल देखने को मिला। परीक्षा के संपादित होने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। प्रशस्ति पत्र से प्रमाणित होगा कि, परीक्षार्थी अब निरक्षर नहीं बल्कि साक्षर हैं। साथ ही इसके माध्यम से अब वे समाज में एक पढ़े- लिखे के समान दर्जा हासिल कर सकता है।
परीक्षार्थियों में दिखा उत्साह - डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा आर चतुर्वेदी ने कहा- उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के इस महापरीक्षा के बाद असाक्षर भी अपने आप को साक्षर होने का दावा कर सकते हैं। साथ ही साथ मुख्यधारा में आने के लिए एक प्रमाण उनको प्राप्त होगा। उन्होंने यह भी कहा कि, मैंने विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। समस्त असाक्षर में इस परीक्षा के प्रति बहुत ही उत्साह और खुशी मुझे दिखाई दिया।
हर वर्ग के लोग परीक्षा में हुए शामिल
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि, कई दिव्यांग हमारे निरक्षर साथी भी ऐसे थे जो साक्षर होने के लिए परीक्षा केन्द्रों में आकर परीक्षाएं दे रहे थे। कहीं पर सास, बहू, दोनों आपस में मिलकर परीक्षाएं देकर साक्षर बन रहीं थीं। इस तरह से बेमेतरा जिले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत महापरीक्षा का आयोजन उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
