BIG Breaking: सुप्रीम कोर्ट ने टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज श्रीसंत को दी बड़ी राहत, आजीवन बैन हटाया
क्रिकेटर एस श्रीसंत की अपील पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त होने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा लगाए गए बैन पर बड़ा फैसला सुनाया है।

क्रिकेटर एस श्रीसंत की अपील पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को क्रिकेटर को बड़ी राहत देते हुए आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में उनपर लगे आजीवन प्रतिबंध को हटा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में बीसीसीआई से तीन महीने के भीतर एस श्रीसंत की याचिका पर पुनर्विचार करने को कहा।
Spot fixing case: Supreme Court asked the BCCI to reconsider its order of life ban on S Sreesanth (file pic) pic.twitter.com/fgF3iAUDx7
— ANI (@ANI) March 15, 2019
Spot fixing case: Supreme Court in its order asked the BCCI to reconsider S Sreesanth's plea within three months. pic.twitter.com/VXrtP0yWzO
— ANI (@ANI) March 15, 2019
A bench of the Supreme Court, headed by Justice Ashok Bhushan, asked the BCCI to decide afresh on the point of quantum of punishment given to S Sreesanth https://t.co/tYPkyXTX59
— ANI (@ANI) March 15, 2019
बता दें कि 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त पाए जाने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था। इसके खिलाफ श्रीसंत ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
उच्चतम न्यायालय ने बीसीसीआई से श्रीसंत की सजा पर पुनर्विचार करने को कहा है। न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति के एम जोसेफ की पीठ ने कहा कि बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति श्रीसंत को दी जाने वाली सजा की अवधि पर तीन महीने के भीतर पुनर्विचार कर सकती है। पीठ ने स्पष्ट किया कि पूर्व क्रिकेटर को सजा देने से पहले उसकी अवधि के बारे में श्रीसंत का पक्ष सुना जाना चाहिए।
विनोद राय ने कहा
सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा कि हां, मैंने उच्चतम न्यायालय के आदेश के बारे में सुना। हमें आदेश की प्रति प्राप्त करनी होगी। हम निश्चित रूप से सीओए बैठक में इस मुद्दे को उठायेंगे। सीओए 18 मार्च को होने वाली बैठक में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद अधिकारियों के साथ बोर्ड की डोपिंग रोधी नीति पर चर्चा करेगा। उसी दिन श्रीसंत के प्रतिबंध का मुद्दा भी उठ सकता है। बीसीसीआई के पास अब न्यायाधीश (सेवानिवृत्त्) डी के जैन के रूप में नया लोकपाल और मध्यस्थ पीएस नरसिम्हा है जिससे उम्मीद है कि फैसला जल्दी निकलेगा। जहां तक श्रीसंत के क्रिकेट की मुख्यधारा में लाये जाने की बात है तो मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
मैं श्रीसंत के लिए बहुत खुश हूं
बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष और केरल क्रिकेट संघ के वरिष्ठ अधिकारी टीसी मैथ्यू ने इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मैं श्रीसंत के लिए बहुत खुश हूं। वह अपनी जिंदगी के छह महत्वपूर्ण वर्ष गंवा चुका है। मुझे नहीं लगता कि अगर प्रतिबंध हटा भी लिया गया तो वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल सकता है। मैथ्यू ने कहा कि लेकिन अगर बीसीसीआई उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद उसका प्रतिबंध हटा देता है तो वह क्रिकेट संबंधित करियर अपना सकता है। वह कोच, मेंटोर, या फिर पेशेवर अंपायरिंग में हाथ आजमा सकता है, वह इंग्लैंड में भी क्लब क्रिकेट खेल सकता है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App