Tokyo Olympics: वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू मजबूत दावेदार, देश को दिलाएंगे मेडल!

खेल। 23 जुलाई से शुरु हो रहे टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) के लिए भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Chanu Saikhom Mirabai) महिला 49 किग्रा स्पर्धा में मजबूत दावेदारों में से एक हैं। वह 2016 रियो ओलंपिक (2016 Rio Olympic) में पदक हासिल नहीं कर पाई थी जिसकी भरपाई वह इस साल करना चाहेगी।
वहीं टोक्यो के लिए क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारोत्तोलक मीराबाई का रियो ओलंपिक में क्लीन एंव जर्क में तीन में से एक भी प्रयास वैध नहीं पाया गया था, जिस कारण 48 किग्रा में उनका कुल वजन दर्ज नहीं हो सका था। पांच साल पहले इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से वापसी करते हुए उन्होंने 2017 विश्व चैंपियनशिप में और फिर एक साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर अपने आलोचकों को चुप कर दिया था। बता दें कि 2018 में पीठ की परेशानी के कारण वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं इसलिए इस साल वह इसकी भरपाई करना चाहेंगी।
बता दें कि उन्होंने अतंरराष्ट्रीय महासंघ के नए वजन वर्ग को शामिल किए जाने के बाद अपने 48 किग्रा वजन को बदलकर 49 किग्रा कर दिया। रियो में जिस कारण मीराबाई का प्रदर्शन निराशाजनक था वही वजह अब उनकी मजबूती बन गई है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक से पहले अपने अंतिम टूर्नामेंट एशियाई चैंपियनशिप में 119 किग्रा का वजन उठाया और इस वर्ग में स्वर्ण और ओवरऑल वजन में कांस्य पदक अपने नाम किया। अब 24 जुलाई को मीराबाई भारोत्तोलन एरेना में उतरेंगी तो इस प्रदर्शन का असर उनके आत्मविश्वास पर भी दिखाई देगा।
26 वर्षीय मीराबाई चानू को हाल के वर्षों में उनका क्लीन एंव जर्क में शानदार प्रदर्शन उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे ही रखता आया है। लेकिन उनका स्नैच स्पर्धा में प्रदर्शन हमेशा उनके लिए मुसीबत खड़ी कर देता है, कंधे की चोट के कारण से वह स्नैच से जूझती रहीं हैं, जिसे वह खुद भी स्वीकार कर चुकीं हैं।