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National champion बन घर लौटे आकाश, मां की मौत की खबर से थे बेखबर, खुशी की जगह पसरा मातम

आकाश इस बात से अंजान थे, उनकी मां का निधन उनके टूर्नामेंट शुरु होने से एक दिन पहले 14 सितंबर 2021 को हो गया था।

National champion बन घर लौटे आकाश, मां की मौत की खबर से थे बेखबर, खुशी की जगह पसरा मातम
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खेल। हरियाणा (Haryana) के युवा बॉक्सर आकाश कुमार (Akash Kumar) जब राष्ट्रीय खिताब जीतकर अपने घर पहुंचे तो उनकी सारी खुशियां मातम में बदल गईं। 6 घंटे बेंगलुर से बेल्लारी तक का सफर करने के बाद बुधवार को सुबह दिल्ली के बाद अपने घर पहुंचे तो उनकी सारी खुशी पल भर की मेहमान रह गईं।

आकाश जब अपने गांव पालुवास पहुंचे तो वहां उन्हें काफी रिश्तेदारों की भीड़ मिली। पूरे रास्ते वह बस यही सोच रहे थे कि जीता हुआ गोल्ड मेडल वह घर पहुंचते ही अपनी मां के चरणों में रखेंगे। लेकिन उनका वो सपना हमेशा के लिए सपना ही रह गया। आकाश इस बात से अंजान थे, उनकी मां का निधन उनके टूर्नामेंट शुरु होने से एक दिन पहले 14 सितंबर 2021 को हो गया था।

मां से किया वादा किया पूरा

आकाश ने बुधवार को अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया कि, मैं समारोह में पदक दिखा रहा था। जश्न मना रहा था और उम्मीद कर रहा था कि मेडल देखने के मेरी मां बहुत खुश होंगी। बता दें कि आकाश की मां संतोष को वायरल बुखा से ग्रसित थीं, उनके फेफड़ों में संक्रमण फैल गया जिससे उनका निधन हो गया। वहीं आकाश ने आगे बताया कि मैं जब घर पहुंचा तो वहां सभी रिश्तेदार मौजूद थे। इस दौरान किसी ने मुझे कुछ नहीं बताया सिर्फ मेरी मां की फोटो दिखाई। इसके बाद मुझे कुछ नहीं पता था कि मैं क्या करूं। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली बार जब मैंने अपनी मां से बात की थी तो उन्होंने मुझसे वादा लिया था कि मैं गोल्ड मेडल के साथ ही घर आऊं।

मां की मौत से बेखबर थे आकाश

आकाश ने मां से किया वादा पूरा किया और गोल्ड मेडल जीता। लेकिन जब वो घर पहुंचे तो उनकी मां ही नहीं थी उस गोल्ड मेडल की खुशियां मनाने के लिए। बता दें कि आकाश के चाचा भवर सिंह और कोच नरेंद्र राणा को उनकी मां की मौत की खबर थी लेकिन उन्होंने आकाश को इससे अवगत नहीं कराया क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि उनके टूर्नामेंट पर इसका असर पड़े। और दोनों ने युवा बॉक्सर से मां की मौत की खबर छिपाकर रखी।

आकाश के साथ था मां का आशीर्वाद

हालांकि, आकाश समझते हैं कि उनके चाचा और कोच ने उन्हें मां की मौत की सूचना क्यों नहीं दी गई। आकाश आगे कहते हैं कि मुझे पता है कि उन्होंने मेरे भले के लिए मां की मौत की खबर मुझसे छिपाई। क्योंकि अगर वो मुझे बता देते तो मैं टूर्नामेंट को बीच मे ही छोड़ देता। मैंने गोल्ड मेडल जीता यहां तक पहुंचा ये सब मेरी मां का ही आशीर्वाद था।

वहीं कोच राणा ने कहा कि हमने अपने दिल पर पत्थर रख कर आकाश से उसके मां की मौत की खबर छिपाई। हमने तय किया था कि हम उसे ये बात अभी नहीं बताएंगे।

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