International Women's Day 2021: इन भारतीय महिलाओं ने विषम परिस्थितियों में भी लड़ी जंग, खेल के दम पर दुनिया में लहराया परचम

International Womens Day 2021:  इन भारतीय महिलाओं ने विषम परिस्थितियों में भी लड़ी जंग, खेल के दम पर दुनिया में लहराया परचम
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International Women's Day 2021: शिक्षा की बदौलत भारतीय महिलाओं ने साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा और खेल में अपनी अलग अलग पहचान बनाई है। वहीं बात अगर खेल के क्षेत्र को लेकर करें तो भारत की महिला खिलाड़ियों ने दुनिया के सामने अपना लौहा मनवाया है। वह आज घरेलू खेलों से आगे बढ़कर दुनिया भर में पुरुषों के वर्चस्व को चुनौती दे रही हैं। वह हर खेल में बढ़चढ़ कर भाग ले रही हैं।

International Women's Day 2021:

घर का काम हो या फिर खेल का मैदान महिलाएं आज हर काम में अपनी अहम भागीदारी निभा रही हैं। इस आधुनिक युग में महिलाएं अपने सारे बंधनों को तोड़कर पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर ही नहींं उनसे एक कदम आगे बढ़ रही हैं। फिर चाहे शिक्षा हो फिर साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा और खेल में भारत की महिला खिलाड़ियों ने दुनिया के सामने अपना लौहा मनवाया है। वह आज घरेलू खेलों से आगे बढ़कर दुनिया भर में पुरुषों के वर्चस्व को चुनौती दे रही हैं। वह हर खेल में बढ़चढ़ कर भाग ले रही हैं। सीमित संसाधनों का रोना रोने के बजाय अपनी मेहनत और संघर्ष से उन सभी चुनौतियों को पार कर रही हैं जो उनके रास्ते में बाधा बन कर खड़ी हो रही हैं। आज हम आपको खेल जगत की उन दिग्गज महिला खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने न केवल भारत में एक रोल मॉडल की भूमिका निभाई है, बल्कि दुनिया में भारत का नाम रोशन भी किया है।

पीवी सिंधु


पद्मश्री पुरस्कार से सम्‍मनित स्टार भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू (PV Sindhu) ना सिर्फ अपने खेल में बल्कि अपनी खूबसूरती को लेकर भी अक्‍सर चर्चा में रहती हैं। पुसरला वेंकट सिंधु 21वीं सदी की सबसे प्रसिद्ध भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वह बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप (BWF world Championship) में स्वर्ण पदक और ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं।

सायना नेहवाल


पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित बैंडमिंटन खिलाड़ी सायना नहवाल (Saina Nehwal) भारत की तरफ पहली बैडममिंटन खिलाड़ी (Badminton Player) थी, जिन्होने इस क्षेत्र में देश का नाम रोशन किया है। वह एक महीने में तीसरी बार प्रथम वरीयता पाने वाली अकेली महिला खिलाड़ी हैं। हरियाणा की शटलर ने अपने करियर की शुरुआत बहुत पहले ही कर दी थी, जब उन्होंने 2008 में BWF वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप (BWF world Championship) जीती थी। उसी साल उन्होंने पहली बार ओलंपिक के लिए क्वालिफाई भी किया था, लेकिन लंदन 2012 में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से दुनिया भर में प्रसिद्धि हासिल की। इस दौरान उन्होंने इतिहास रचते हुए बैडमिंटन की महिला एकल स्पर्धा (Badminton Women's singles match ) में कांस्य पदक हासिल किया।

सानिया मिर्जा


सानिया मिर्जा (Sania Mirza) को भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला टेनिस खिलाड़ी (Tennis Player) कहना गलत नहीं होगा। वह छह बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन (Grand slam Championship) रह चुकी थीं, साथ ही वह डबल्स में पूर्व वर्ल्ड नंबर एक और तीन बार का ओलंपिक तक का सफर तय कर चुकी हैं। रियो 2016 ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली सानिया मिर्ज़ा के नाम पर 42 WTA युगल खिताब (WTA double) हैं। वो अभी तक की सबसे सफल सक्रिय युगल खिलाड़ी भी हैं। वो WTA की सिंगल्स रैंकिंग के शीर्ष 30 में जगह बनाने वाली एकमात्र भारतीय हैं। सानिया मिर्ज़ा ने डबल्स में ज्यादा सफलता हासिल की है।

मिताली राज


मिताली राज (Mithali Raj) भारतीय महिला क्रिकेट (Indian women Cricketer) की मौजूदा कप्तान हैं। वे टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली महिला है। इसके साथ ही वह एकमात्र खिलाड़ी (पुरुष या महिला) हैं, जिन्होंने एक से ज्यादा आईसीसी, ओडीआई (ICC, ODI) विश्व कप फाइनल (Worldcup final) में भारत का नेतृत्व किया है, जो 2005 और 2017 में दो बार ऐसा था।

हरमनप्रीत कौर


हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) एक हरफनमौला भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी (Indian women Cricketer) है। वह t20 विश्व कप (T20 World Cup) में शतक लगाने वाली पहली महिला है। इसके साथ ही वह अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जानी जाती हैं। 2017 में क्रिकेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हरमनप्रीत को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

ज्वाला गुट्टा


ज्वाला गुट्टा (Jwala Gutta) भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी (Badminton Player)हैं। ज्वाला प्रमुख रूप से बैडमिंटन में युगल इवेंट (Badmiton double event) की खिलाडी है। इन्होंने कई राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट जीते हैं। साथ ही ये अपने ग्लैमरस फोटोशूट ( Glamorous Photoshoot ) को लेकर अपने फैंस के बीच छाई रहती हैं। फिलहाल ज्वाला इन दिनों खेल कोर्ट से दूर हैं।

दीपिका पल्लीकल


दीपिका पल्लीकल (Dipika Pallikal ) एक स्क्वैश खिलाड़ी है। उन्हें अंडर 19 की कैटेगरी में नंबर वन महिला स्क्वैश खिलाड़ी का दर्जा मिला हुआ है। इसके साथ ही दीपिका विश्व रैंकिंग में 10वें स्थान पर हैं। वह 2012 स्क्वैश चैंपियंस टूर्नामेंट में उप विजेता रही थीं। साथ ही ऑस्ट्रेलियन ओपन स्क्वैश-2012 के सेमीफाइनल तक पहुंचने में कामयाब रहीं। उन्होंने फरवरी 2013 में मिडोवूड फार्मेसी ओपन जीतकर छठा डब्ल्यूएसए खिताब (WUSA championship)जीता।

अश्विनी पोनप्पा


दो बार की ओलंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अश्विनी पोनप्पा (Ashwini Ponnappa) ने करीब 2 साल की उम्र से बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। वह अपने डबल्स पार्टनर के साथ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के युगल वर्ग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी थीं। उन्होंने अपने करियर में युगल वर्ग में कई पदक हैं। इसमें कॉमनवेल्त गेम्स में दो स्वर्ण, दो सिल्वर और एक कांस्य पदक शामिल है। इसके अलावा उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में चार स्वर्ण पदक जीते हैं।

हिमा दास


'ढिंग एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर भारत की फर्राटा धाविका हिमा दास (Hima Das ) ने जिंदगी में कई अड़चनों को पार किया है। और इन्हीं अड़चनों को पार करके हिमा भारत की 'स्वर्ण परी' बन गई। हिमा की कामयाबी में उनके कोच का बहुत बड़ा योगदान है। एथलेटिक्स (Athletics) में आने के बाद हिमा को घर- परिवार से दूर करीब 140 किलोमीटर दूर आकर बसना पड़ा। शुरुआत में उनके परिजन इसके लिए राजी नहीं थे, लेकिन कोच निपोन दास ने काफी जिद करके हिमा के परिजनों को मनाया। जिसके बाद उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई। 21 साल की हिमा ने अपनी कड़ी मेहनत से एक-एक सपने को साकार किया। जिसके बाद उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए।

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