एक बार फिर फुटबॉल खेल पाएंगे अनवर अली, इस वजह से AIFF ने लागई थी रोक

खेल। खेल जब आपका जुनून बन जाए तो उससे कोई भी आपको दूर नहीं कर सकता। फिर चाहे सामने कितनी ही बड़ी चुनौती क्यों ना आ जाए। और इसी को सच साबित किया है भारतीय फुटबॉलर अनवर अली (Anwar Ali) ने, जिन्होंने अपने फुटबॉल (Football) खेलने के सपने को पूरा करने के लिए कानूनी लड़ाई तक लड़ डाली। और ना सिर्फ कानूनी लड़ाई लड़ी बल्कि उसे जीता भी।
दरअसल लंबे समय से फुटबॉल खेलने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद अरनवर अली को आखिरकार कोर्ट से राहत मिली है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने शुक्रवार को उन्हें एक बार फिर से वापसी करने की अनुमति दी है। साथ ही फेडरेशन ने उन्हें एक शपथ पत्र देने को भी कहा है।
गंभीर बीमारी के कारण लगी रोक
2017 अंडर-17 वर्ल्ड कप में भारत की ओर से अनवर अली ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। लेकिन ठीक इसके दो साल बाद यानी 2019 में AIFF ने अली के खेलने पर रोक लगा दी थी। इसके पीछे का कारण था, अली की बीमारी। जी हां दरअसल अली को दिल की दुर्लभ बीमारी एपसियल हाइपरकार्डियो मायोपैथी (HCM) है। इसी कारण उनपर रोक लगाई गई थी। इन सब के बावजूद अली ने हार नहीं मानी और एआईएफएफ के फैसले के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी और हाईकोर्ट पहुंच गए।
अनवर अली के हक में हाईकोर्ट का फैसला
दिल्ली के हाईकोर्ट में एआईएफएफ के फैसले को चुनौती दी, फिर क्या था काफी जाद्दोजहद करने के बाद कोर्ट का फैसला अली के हक में रहा। साथ ही इंग्लैंड फुटबॉल संघ के कार्डियोलॉजी पैनल के चेयरमैन और लंदन ओलंपिक के टॉप हार्ट स्पेशलिस्ट ने कहा कि उन्हें प्रोफेशनल फुटबॉल खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए। क्योंकि अली इसके जोखिम को समझते हैं और एक स्पेशल टीम उनकी निगरानी करती रहेगी जिससे कोई परेशानी नहीं होगी।
वहीं AIFF ने इस पर कहा कि मेडिकल टीम की सिफारिशों के आधार पर हमने अनवर अली के खेल पर लगी रोक को हटा दिया है। अब वह फिर से फुटबॉल खेल सकते हैं। हालांकि, इसके लिए अनवर को अपनी पूरी जिम्मेदारी लेते हुए फेडरेशन को एक शपथ पत्र देने को भी कहा है। साथ ही इस शपथ पत्र में अली द्वारा बरती जाने वाली मेडिकल एहतियात और उन्हें फुटबॉल में लाने के लिए संभावित क्लब की जानकारी हो।