Birthday Special: 64 साल के हुए भारत को पहला वर्ल्ड कप जीतने वाले कप्तान कपिल देव, पढ़ें उनके ये खास रिकॉर्ड्स
Happy Birthday Kapil Dev: दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों में शुमार कपिल देव 6 जनवरी को 64 साल के हो गए हैं। इस उम्र में भले ही वह क्रिकेट से दूर हैं लेकिन इतिहास के पन्नों में कपिल देव का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा हुआ है।

क्रिकेट (Cricket) को दुनिया में एक खेल के रूप में देखा जा सकता है। लेकिन भारत जैसे देश में क्रिकेट एक धर्म है, इस खेल से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। यह कोई खेल नहीं करोड़ों लोगों के दिल की धड़कन है। क्रिकेट की दुनिया में भले ही सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को 'क्रिकेट का भगवान' कहा जाता हो, लेकिन इस खेल के जरिए पूरे देश को विश्व पटल पर गौरवान्वित करने का काम सिर्फ कपिल देव (Kapil Dev) ने ही किया है। एक बल्लेबाज और एक गेंदबाज के रूप में उनकी कोई बराबरी नहीं थी। वहीं दूसरी ओर जब वे कप्तान के तौर पर मैदान में उतरते थे तो विपक्षी टीमों में हलचल मच जाती थी।
पहली बार भारत को चैंपियन बनाया
दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों (all-rounders) में शुमार कपिल देव 6 जनवरी को 64 साल के हो गए हैं। इस उम्र में भले ही वह क्रिकेट से दूर हैं लेकिन इतिहास के पन्नों में कपिल देव का नाम (Kapil Dev's name) सुनहरे अक्षरों में लिखा हुआ है। उनकी मिसाल क्रिकेट में दी जाती है, हर खिलाड़ी उनके जैसा बनना चाहता है। उनकी कप्तानी में देश ने वर्ल्ड कप में पहली बार ट्रॉफी (trophy) जीती। उनका ही मानना था कि भारत जैसा देश, जो उस समय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहा था, विश्व कप (World Cup) जैसा खिताब जीत पाएगा।
किसी ने सोचा भी नहीं था कि 1983 में भारत उस दौर की सबसे खतरनाक टीम (dangerous team) वेस्टइंडीज को हराकर दुनिया में क्रिकेट की नई इबादत लिखेगा। कपिल देव इकलौते ऐसे कप्तान थे, जिन्होंने भारत समेत पूरे एशिया को पहला वर्ल्ड कप खिताब दिलाया था। वहीं उनके नाम कई ऐसे रिकॉर्ड्स दर्ज हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
* कपिल देव (Kapil Dev) टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट और 4000 रन बनाने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं। इस दौरान उन्होंने 131 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 5248 रन बनाए और 8 शतक भी लगाए।K
* बहुत कम लोग जानते हैं कि कपिल देव को 1984-85 के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में बाहर बैठना पड़ा था। वहीं अगर उन्होंने यह टेस्ट मैच (Test cricket) भी खेला होता तो वह लगातार 132 टेस्ट मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी कहलाते।
* वह एकदिवसीय क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज भी थे। मौजूदा समय में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) (534) वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
* साथ ही कपिल देव ने अपने 356 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 9031 रन बनाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने 687 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी लिए हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू
कपिल देव ने 1978 से 1994 तक यानी 16 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उन्होंने 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (international debut in 1978) में पदार्पण किया। इसी साल 16 अक्टूबर को उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू भी किया। जबकि उन्होंने आखिरी वनडे 17 अक्टूबर 1994 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।