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इन 5 दिग्गज क्रिकेटरों के बेटे निकले फ्लॉप क्रिकेटर, लिस्ट में भारतीय क्रिकेटर का नाम भी शामिल

कुछ दिग्गज क्रिकेटर्स के बेटे भी अपने पिता की राह पर चलते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं। हालांकि इन सुपरस्टार क्रिकेटर्स के बेटे अपने पिता की तरह क्रिकेट में सफल नहीं हुए। आगे जानिए उन 5 दिग्गज क्रिकेटरों के बेटे के बारे में जो क्रिकेट में फ्लॉप साबित हुए।

इन 5 दिग्गज क्रिकेटरों के बेटे निकले फ्लॉप क्रिकेटर, लिस्ट में भारतीय क्रिकेटर का नाम भी शामिल
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Rohan Gavaskar and other 5 sons of famous cricketers who werenot successful

क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे दिग्गज क्रिकेटर्स हुए हैं, जिन्होंने अपने शानदार खेल से पूरी दुनिया को अपना दीवाना बनाया है। कुछ दिग्गज क्रिकेटर्स के बेटे भी अपने पिता की राह पर चलते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं। हालांकि इन सुपरस्टार क्रिकेटर्स के बेटे अपने पिता की तरह क्रिकेट में सफल नहीं हुए। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको उन 5 दिग्गज क्रिकेटरों के बेटे के बारे में बताने जा रहे हैं, जो क्रिकेट में फ्लॉप साबित हुए।

1. सुनील गावस्कर-रोहन गावस्कर (Sunil Gavaskar-Rohan Gavaskar)

लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर की गिनती दुनिया के महान बल्लेबाजों में होती है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर खुद सुनील गावस्कर को अपना आदर्श मानते हैं। सुनील गावस्कर ने लगभग 13,000 अंतर्राष्ट्रीय रन बनाए, जिसमें 34 टेस्ट शतक शामिल थे। सुनील गावस्कर ने अपने खेल से कई भारतीय नौजवानों को प्रभावित किया है, हालांकि उनका बेटा रोहन गावस्कर क्रिकेट में कुछ खास सफल नहीं हो सका है। अपने ऑलराउंडर क्षमता के कारण रोहन गावस्कर 2000 के दशक की शुरुआत में वनडे टीम में जगह बनाने में तो कामयाब रहे लेकिन वह भारत के लिए सिर्फ 11 मैच खेल सके।


2. सर लेन हटन- रिचर्ड हटन (Sir Len Hutton-Richard Hutton)

सर लेन हटन इंग्लैंड क्रिकेट के इतिहास में एक विशेष स्थान रखते हैं। वह 1950 के दशक के दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाजी स्तंभ थे और उन्होंने 79 मैचों में 57 की औसत से रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 364 की उनकी पारी को कोई नहीं भूल सकता है, जहां उन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन के 334 के रिकॉर्ड स्कोर को पार किया था। सर लेन हटन की तुलना में उनके बेटे रिचर्ड हटन क्रिकेट में ज्यादा सफल नहीं सके। लंबे इंतजार के बाद रिचर्ड हटन ने 1971 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया और पारी का आगाज करते हुए अर्धशतक बनाया। हालांकि वह इंग्लैंड के लिए महज 5 टेस्ट मैच खले सके जबकि काउंटी क्रिकेट में उन्होंने 270 मैचों में 7,000 रन बनाए और 625 विकेट भी लिए।


3. सर विव रिचर्ड्स-माली रिचर्ड्स (Sir Viv Richards-Mali Richards)

वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज सर विव रिचर्ड्स की गिनती दुनिया के सबसे महानतम बल्लेबाजों में होती है। रिचर्ड्स का नाम सुनकर गेंदबाज कांप जाते थे। वेस्टइंडीज को लगातार दो वर्ल्ड कप दिलाने में अहम भूमिका निभाई। विव रिचर्ड्स ने 1991 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया और क्रिकेट फैन्स की उम्मीद थी कि उनका बेटा माली रिचर्ड्स भी उनकी ही तरह सफल होगा हालांकि ऐसा नहीं हो सका। अपने पिता के विपरीत माली एक बाएं हाथ का बल्लेबाज था, जो मध्य क्रम में खेलता था। उन्होंने अंडर-19 मैच में एंटीगुआ के लिए 319 रनों की यादगार पारी खेली। लेकिन माली रिचर्ड्स कभी इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल सके।


4. रोजर बिन्नी-स्टुअर्ट बिन्नी (Roger Binny-Stuart Binny)

रोजर बिन्नी को भारत के टॉप तेज गेंदबाजी ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है। कर्नाटक से आने वाले रोजर बिन्नी ने 1983 विश्व कप में अहम भूमिका निभाई थी। भारत ने पहली बार 1983 में विश्व कप का खिताब जीता था। रोजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी भारत की ओर क्रिकेट खेल चुके हैं। हालांकि स्टुअर्ट बिन्नी अपने पापा की तरह सफल नहीं हो सके। ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी ने 2014 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया और वह 2015 विश्व कप में भी भारतीय टीम का हिस्सा थे। स्टुअर्ट बिन्नी किसी भी प्रारूप में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। स्टुअर्ट बिन्नी अब तक भारत की ओर से 6 टेस्ट, 14 वनडे और 3 वनडे इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं।


5. हामिश रदरफोर्ड-केन रदरफोर्ड (Hamish Rutherford-Ken Rutherford)


20वीं शताब्दी में न्यूजीलैंड टीम की सबसे बड़ी उपलब्धि 1992 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचना था। उस ऐतिहासिक टीम के सदस्यों में से एक न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान केन रदरफोर्ड भी थे। केन रदरफोर्ड की गिनती न्यूजीलैंड के स्टार बल्लेबाजों में होती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 6000 रन बनाने के बाद केन रदरफोर्ड रिटायर हो गए हालांकि उनके बेटे हामिश रदरफोर्ड भी न्यूजीलैंड की ओर से क्रिकेट खेल चुके हैं। हामिश रदरफोर्ड ने 24 साल की उम्र में डेब्यू किया और इंग्लैंड की खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण के ख़िलाफ़ 171 रनों की पारी खेली। हालांकि वह ज्यादा सफल नहीं हो सके। हामिश रदरफोर्ड ने न्यूजीलैंड के लिए 16 टेस्ट, 4 वनडे और 7 टी20 इंटरनेशनल मैच खेला है।

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