पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा का दिल का दौरा पड़ने से निधन, 1983 वर्ल्डकप के हीरो थे
1978 में यशपाल शर्मा पाकिस्तान के खिलाफ 28-48 की औसत से 883 रन बनाते हुए अपने करियर का पहला वनडे मैच खेला था। इसके साथ ही वह 1983 के वर्ल्ड कप में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।

पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा का दिल का दौरा पड़ने से निधन।
खेल। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा (Yashpal sharma) का 66 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 1983 विश्व कप (World Cup 1983) में भारतीय टीम (team India) का हिस्सा थे, 1983 में ही भारत ने वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। वहीं 70 और 80 दशक के वह काफी प्रतिभाशाली और शानदार क्रिकेटर थे।
11 अगस्त 1954 में पंजाब के लुधियाना में जन्में यशपाल मिडिल ऑर्डर के बैट्समैन थे, जिन्होंने अपने क्रिकेट करियर में 37 टेस्ट मैच खेले। साथ ही उन्होंने 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था जिसमें दो शतकों (140 टॉप स्कोर) के साथ 1606 रन बनाए साथ ही 33 से ज्यादा के औसत से नौ अर्द्धशतक बनाए।
वहीं 1978 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 28-48 की औसत से 883 रन बनाते हुए अपने करियर का पहला वनडे मैच खेला था। इसके साथ ही वह 1983 के वर्ल्ड कप में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
Saddened by the passing away of ace cricketer & 1983 World Cup winning member Sh Yashpal Sharma.
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) July 13, 2021
He had an illustrious career & was India's second-highest run getter at the 1983 World Cup. He was also an umpire and national selector. His contribution won't be forgotten.
ॐ शांति pic.twitter.com/fhra6UcngV
रिटायरमेंट के बाद भी निभाए कई अहम रोल
क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद यशपाल बीसीसीआई, पंजाब और हरियाणा क्रिकेट के साथ कई अलग-अलग रोल निभाए। 2003 से 2006 तक वह भारतीय टीम के सेलेक्टर रहे। हालांकि, यह भारतीय क्रिकेट के लिए अजीब समय था। उस दौरान उन्होंने टी के कोच रहे ग्रेग चैपल के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी और सौरव गांगुली का समर्थन किया था। वहीं साल 2008 में वह दोबारा सिलेक्टर बने, साथ ही वह उत्तर प्रदेश की रणजी टीम के कोच भी रहे।
दिलीप कुमार के बड़े फैन थे यशपाल
क्रिकेट के साथ वह दिलीप कुमार के बहुत बड़े फैन थे। दरअसल उनका क्रिकेट में करियर बनाने में दिलीप कुमार ने अहम भूमिका निभाई। दिलीप कुमार ने पंजाब का रणजी मैच देखने के बाद यशपाल के लिए बीसीसीआई में राजसिंह डुंगरपुर से बात की थी। इसिलिए यशपाल हमेशा इस बात के लिए दिलीप कुमार का एहसान मानते थे।