Birthday Special: 63 के हुए 83 के वर्ल्डकप विजेता कप्तान कपिल देव, जानें कई अनसुने Records

Birthday Specail: दुनिया में क्रिकेट को भले एक खेल के तौर पर देखा जाता हो। लेकिन भारत जैसे देश में क्रिकेट एक धर्म है, लोगों की भावनाएं इस खेल से जुड़ी हुई हैं। ये एक खेल नहीं है बल्कि करोड़ों के दिल की धड़कन है। क्रिकेट की दुनिया में भले ही सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को 'क्रिकेट का भगवान' कहा जाता है लेकिन इस खेल से पूरे देश को विश्व पटल पर गौरवान्वित करने का काम सिर्फ कपिल देव (Kapil dev) ने किया है। एक बल्लेबाज और एक गेंदबाज के तौर पर उनका कोई सानी नहीं होता था। वहीं जब कप्तान के रूप में वो मैदान में होते थे तो विपक्षी टीमों में हलचल मचने लगती थी।
भारत को बनाया पहली बार चैंपियन
दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों में शुमार कपिल देव 6 जनवरी को 63 साल के हो गए हैं। इस उम्र में वो भले ही क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन इतिहास के पन्नों में कपिल देव का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज है। क्रिकेट में उनकी मिसाल दी जाती है, हर खिलाड़ी उनके जैसा बनना चाहता है। उन्हीं की कप्तानी में देश को पहली बार वर्ल्डकप में ट्रॉफी नसीब हुई थी। सिर्फ उनका ही विश्वास था कि भारत जैसा देश जो उस समय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने की जद्दोजहद कर रहा था वो विश्व कप जैसा खिताब अपने नाम कर सकेगा।
किसी ने कल्पान भी नहीं की थी 1983 में भारत उस दौर की सबसे खतरनाक टीम वेस्ट इंडीज को हराकर दुनिया में क्रिकेट की एक नई इबादत लिखेगा। कपिल देव ही वो कप्तान थे जिन्होंने भारत समेत पूरे एशिया को पहला वर्ल्डकप खिताब जिताया था। वहीं उनके नाम कई ऐसे रिकॉर्ड भी हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
- टेस्ट क्रिकेट में कपिल देव 400 विकेट और 4 हजार रन बनाने वाले दुनिया के अकेले खिलाड़ी हैं। इस दौरान उन्होंने 131 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 5248 रन बनाए साथ ही 8 सेंचुरी भी लगाई।
- बहुत कम लोग जानते हैं कि 1984-85 के दौरान कपिल देव को इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में बाहर बैठना पड़ा था। वहीं अगर वो इस टेस्ट मुकाबले को भी खेलते तो वे लगातार 132 टेस्ट मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी कहलाते।
- वनडे क्रिकेट में वह 200 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज भी थे। मौजूदा समय में वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (534) हैं।
- साथ ही कपिल देव ने अपने 356 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में 9031 रन अपने नाम किए हैं। साथ ही उन्होंने 687 अंतर्राष्ट्रीय विकेट भी चटकाए हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू
कपिल देव ने 1978 से 1994 तक यानी की 16 साल तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उन्होंने 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ क्वैटा वनडे से अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की। वहीं उसी साल 16 अक्टूबर को उन्होंने टेस्ट में भी पाकिस्तान के खिलाफ अपना पर्दापण किया। जबकि आखिरी वनडे मुकाबला उन्होंने 17 अक्टूबर 1994 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेला था।