Happy Birthday Dada : 50 के हुए सौरव गांगुली, लंदन में सेलिब्रेट किया बर्थडे
बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली आज अपना 50वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे है। इस साल उन्होंने अपना बर्थडे अपनी पत्नी और बेटी के साथ लंदन में मनाया।

Happy Birthday Dada : 50 के हुए सौरव गांगुली, लंदन में सेलिब्रेट किया बर्थडे
टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्तान और मौजूदा BCCI के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) आज अपना 50वां बर्थडे मना रहे है। सौरव गांगुली का जन्म 1972 में कोलकाता में हुआ था। गांगुली को लोग 'दादा' के नाम से भी जानते है। सौरव अपनी शानदार बल्लेबाजी और कप्तानी की वजह से काफी मशहूर हुए। सौरव गांगुली को उनके बर्थडे पर फैंस के साथ-साथ कई बड़े खिलाड़ियों ने भी बधाई दी।
दादा ने इस साल अपना बर्थडे लंदन में मनाया है। इस बर्थडे सेलिब्रेशन में उनके साथ पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर, BCCI सचिव जय शाह और BCCI के वाइस प्रेसिडेंट राजीव शुक्ला दिखाई दिए। राजीव शुक्ला ने एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, सौरव गांगुली का 50वां बर्थडे मनाया। उनके खुश और स्वस्थ जीवन की कामना'
Celebrated the 50th birthday of Sourav Ganguli.wishing him happy & healthy life ahead. @SGanguly99 @sachin_rt @JayShah @BCCI pic.twitter.com/KBXbBajp3s
— Rajeev Shukla (@ShuklaRajiv) July 7, 2022
साल 2000 में दादा ने टीम इंडिया की कप्तानी संभाली थी। टीम के कप्तान बनने के बाद उन्होंने टीम को विदेशी पिचों पर लड़ना भी सिखाया। तो चलिए जानते है बतौर कप्तान सौरव गांगुली को मिली सबसे बड़ी जीत के बारे में।
नेटवेस्ट ट्रॉफी
टीम इंडिया साल 2002 में 6 साल के बाद इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। नेटवेस्ट ट्रॉफी का फाइनल इंग्लैंड और भारत के बीच लॉर्ड्स में खेला गया था। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 325 रन का मुश्किल लक्ष्य रखा। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग ने 106 रन की सलामी साझेदारी खड़ी कर दी। इसके बाद टीम इंडिया ने 39 रन जोड़ते हुए 5 विकेट गवा दिए। इसके बाद क्रीज़ पर युवा युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ मौजूद थे। इन दोनों ने मिलकर 121 रन की साझेदारी पारी खेली और भारत ने आखिरी ओवर में इंग्लैंड पर यादगार जीत दर्ज कर ली।
2003 का वर्ल्ड कप फाइनल
टीम इंडिया 1983 में वर्ल्ड कप जीतने के बाद पहली बार साल 2003 में सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी। भारत ने लगातार 8 मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने जीत के लिए 359 रन का लक्ष्य दिया था। जवाब में भारत 125 रन से मैच हार गया।