क्रिकेट कप्तान का खेल है, कोच को पर्दे के पीछे रहना चाहिएः सौरव गांगुली
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने सोमवार को यहां कहा कि फुटबाल के उलट क्रिकेट ‘कप्तान'' का खेल है और कोच को ‘पर्दे के पीछे से काम'' करना चाहिए। भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक 46 साल के गांगुली ने कहा कि कोच का सबसे महत्वपूर्ण गुण ‘‘मानव प्रबंधन'''' का होना चाहिए।

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टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 25 Sep 2018 5:30 AM GMT
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने सोमवार को यहां कहा कि फुटबाल के उलट क्रिकेट ‘कप्तान' का खेल है और कोच को ‘पर्दे के पीछे से काम' करना चाहिए। भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक 46 साल के गांगुली ने कहा कि कोच का सबसे महत्वपूर्ण गुण ‘‘मानव प्रबंधन' का होना चाहिए।
गांगुली यहां के सिम्बायोसिस इंटरनेशनल (डीम्ड यूनिवर्सिटी) में अपनी पुस्तक - ‘ए सेंचुरी इज नॉट एनफ' के लॉन्च के लिये यहां पहुंचे थे। वरिष्ठ खेल लेखक गौतम भट्टाचार्य इस किताब के सह लेखक हैं। इस मौके पर गांगुली ने भट्टाचार्य के साथ एक पैनल चर्चा में भी भाग लिया।
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भारत के लिए 113 टेस्ट मैच खेलने वाले गांगुली ने कोच के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा कि कोच को ‘‘मानव प्रबंधन' में दक्ष होना चाहिए लेकिन ‘‘बहुत कम कोच में ऐसी काबिलियत है'।
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