Commonwealth में भारत का एक और पदक हुआ पक्का, जानें किस खेल में मेडल के करीब पहुंचा India
बॉक्सर अमित पंघाल (Boxer Amit Panghal) गुरुवार को बर्मिंघम में 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में (Commonwealth Games in Birmingham) पहुंच गए हैं। अमित ने पुरुषों के फ्लाईवेट क्वार्टर फाइनल (men's flyweight quarterfinals)में स्कॉटलैंड के लेनन मुलिगन को 5-0 से हराकर मुक्केबाजी में भारत के लिए चौथा पदक पक्का(Amit had won a silver medal) किया। बता दें कि अमित ने गोल्ड कोस्ट में खेले गए पिछले राष्ट्रमंंडल खेलों (Commonwealth Games played)में रजत पदक अपने नाम किया था।

बॉक्सर अमित पंघाल (Boxer Amit Panghal) गुरुवार को बर्मिंघम में 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में (Commonwealth Games in Birmingham) पहुंच गए हैं। अमित ने पुरुषों के फ्लाईवेट क्वार्टर फाइनल (men's flyweight quarterfinals)में स्कॉटलैंड के लेनन मुलिगन को 5-0 से हराकर मुक्केबाजी में भारत के लिए चौथा पदक पक्का(Amit had won a silver medal) किया। बता दें कि अमित ने गोल्ड कोस्ट में खेले गए पिछले राष्ट्रमंंडल खेलों (Commonwealth Games played)में रजत पदक अपने नाम किया था। वह इस बार स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश (gold medal this time)करेंगे।
मैच में क्या हुआ
4️⃣th MEDAL CONFIRMED ! 💪@Boxerpanghal showed his 🅰️ game to eke out 🏴's Lennon Mulligan and cements his place into the semifinals. 👊🔥@birminghamcg22 #Commonwealthgames#B2022#PunchMeinHainDum 2.0#birmingham22 pic.twitter.com/1pPPR6CjQz
— Boxing Federation (@BFI_official) August 4, 2022
मैच के दौरान अमित ने शुरुआत में धैर्य रखते (Amit initially tried to understand) हुए अपने विरोधी की रणनीति को समझने की कोशिश की। वह अपने विरोधी को भांपना चाहा रहे थे और फिर उन्होंने कुछ अच्छे पंच लगाए (good punches)। उन्होंने हुक के जरिए सटीक निशाने लगाए। साथ ही उन्होंने लेनिन के पंचों को जाया भी किया। पहले राउंड के आखिरी में अमित (targets for the jab) ने जैब के लिए दो सटीक निशाने लगाए और फिर लैफ्ट (looked aggressive) हुक के जरिए भी अंक बटोरे। दूसरे राउंड में लेनिन शुरू से ही आक्रामक दिखे और उन्होंने आते ही तेज पंच बरसाने शुरू कर दिए। अमित ने इसे देखते हुए समझदारी से (sharp punches) काम लिया (Amit acted wisely)। लेनिन इस बीच थके हुए दिखे जिसका फायदा अमित ने उठाया और करीब आकर दो तगड़े जैब लगाए। लेनिन दूसरे राउंड में हालांकि पहले राउंड (Lenin played better)से बेहतर खेले, हालांकि चार रैफरियों ने अमित के पक्ष में ही फैसला दिया (Amit's favour)।
Lenin ने एक बार फिर शुरू से ही आक्रामक शुरुआत की
तीसरा राउंड शुरू में लेनिन ने एक बार फिर शुरू से ही आक्रामक (Lenin once again) शुरुआत की और हड़बड़ी में दिखे। लेकिन अमित ने इसका अपने अनुभव से अच्छा सामना (Amit coped well) किया और तीन पंचों के कॉम्बीनेशन से लेनिन को कमजोर किया। अमित के पास बढ़त थी और इसलिए वह डिफेंसिव दिख रहे थे। वह रिंग में अपने प्रतिद्वंदी को घुमा (turning his opponent) रहे थे। इसका उन्हें फायदा मिला और अमित जीत हासिल करने में सफल रहे। पांच में से एक (five referees had given Amit) रैफरी ने शुरुआती दो राउंड तक अमित को कम अंक दिए थे लेकिन तीसरे राउंड में अमित ने जो चतुराई भरा खेल दिखाया उससे वह भी पिघल (Amit's clever play) गए और अमित के फेवर में अंक दिए जिससे अमित को 5-0 से जीत हासिल करने में मदद (Amit take a 5-0 win)मिली।

Vivek Pandey
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। साथ-साथ दैनिक जागरण में एक महीने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अखबारों में कंटेंट राइटर का काम किया। फिलहाल एक महीना से हरिभूमि में अपना सेवा प्रदान कर रहा हूं। इसके साथ ही सामाजिक मुद्दों पर तथा मनोरंजन के विषयों पर बोलने में रुचि है।