वर्ल्ड कप में जब पहली बार भारत-पाक मैच में अमिताभ ने हिंदी में कमेंट्री कर जीता था सबका दिल
भारत में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था और इसके बाद से हर साल इसे हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 1947 में देश को आजादी मिलने के दो साल बाद यानि 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था और इसके बाद से हर साल इसे हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
दमदार आवाज के मालिक सुपरस्टार अमिताभ बच्चन वर्ल्ड कप 2015 के भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए एक रोमांचक मैच में हिंदी में कमेंट्री कर सभी क्रिकेटप्रेमियों का दिल जीत लिया था।
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इस मैच में अमिताभ ने राहुल द्रविड़, शोएब अख्तर, अरूण लाल और कपिल देव के साथ कमेंट्री की। सबसे पहले उनके साथ कमेंट्री बॉक्स में आकाश चोपड़ा और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब थे।
अमिताभ ने फील्ड पोजिशंस और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की तकनीक के बारे में बिल्कुल एक क्रिकेट एक्सपर्ट की तरह बात की। कमेंट्री के दौरान अमिताभ ने क्रिकेट से जुड़ी अपनी कई यादों को भी शेयर किया।
उन्होंने बताया कि किस तरह वह, अभिषेक और ऐश्वर्या राय बच्चन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर 2011 विश्वकप फाइनल में भारत की श्रीलंका पर जीत के बाद कार लेकर सड़क पर उतरे थे।
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बता दें कि अमिताभ ने कमेंट्री के बाद अपनी खुशी ट्विटर पर जाहिर करते हुए ट्वीट किया- भारत-पाक मैच के लिए कमेंट्री पूरी हुई, कपिल, राहुल, शोएब जैसे दिग्गजों के साथ होने को लेकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं..300 का अनुमान लगाया था, जिसे पा लिया।
बताते चलें कि भारत ने विश्वकप के इस अहम मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 300 रन बनाए और अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 76 रनों से हराया था।
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