जयपुर : पतंगबाजी में 2 की मौत और 400 घायल, एक की मांझे से गर्दन कटी
जयपुर में मकर संक्रांति पर जमकर पतंगबाजी हुई। मांझे की वजह से 2 की मौत और 400 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है।

मकर संक्रांति पर जयपुर में हुई पतंगबाजी लोगों के लिए खुशियां लेकर नहीं आई। यहां पतंग के मांझे से 2 दिनों में लगभग 400 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। जयपुर में लोगों ने बुधवार को मकर संक्रांति के अवसर पर जमकर पतंगबाजी की। शहर में मांझे की वजह से कई लोग घायल हुए। घायलों को तुंरत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एक व्यक्ति की मांझे से गर्दन कट गई। मांझे की वजह से उसकी गर्दन पर 141 टांके आए हैं। ट्रॉमा सेंटर लेकर निजी अस्पतालों में दिन भर मांझे से घायल लोगों का आना-जाना लगा रहा।
पिछले दो दिनों में शहर में 400 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। बुधवार को 120 से अधिक लोग मांझे से घायल होकर अस्पतालों में पहुंचे। जिनमे से 44 लोगों को तुरंत भर्ती किया गया। ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉ. जगदीश मोदी ने बताया कि पिछले दो दिनों में 218 मरीज अस्पताल पहुंचे, जिनमें से 75 लोगों को भर्ती करना पड़ा। मंगलवार को गंभीर रूप से घायल दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।
पतंगबाजी से जान पर बन आई
राधेश्याम (45) शैलबी हॉस्पिटल के पास से बाइक से जा रहे थे। तभी मांझे से उनकी गर्दन कट गई। विंड पाइप समेत शरीर को खून की सप्लाई करने वाली नस भी कट गई। उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया। 141 टांके लगाने के बाद स्थिति काबू में आई।
हर साल हजाराें लोग होते हैं चाइनीज मांझे का शिकार
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार सिर्फ राजस्थान में हर साल दिसंबर और जनवरी में 2500 से 3000 लोग चाइनीज मांझे से कटकर घायल हो रहे हैं। सौ से ज्यादा मौत हो रही है। वाहन चलाते समय सामने आए मांझे की तेज धार से गला कट जाता है। चाइनीज मांझे को बनाने के लिए कांच व जानलेवा मिश्रण का उपयोग किया जा रहा है।