राजस्थान पंचायत चुनावों मे दौरान खूनी संघर्ष, फायरिंग और पथराव 33 लोग घायल
पंचायत चुनावों के नतीजों के बाद प्रदेश से हिंसा की खबरे सामने आ रही है। पंचायत समिति क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी है।

पंचायत चुनावों को लेकर राजस्थान के चार जिलों में अलग-अलग जगहों पर हुए संघर्ष में 33 लोगों के घायल होने की खबर है। इसमें एक थानाधिकारी भी शामिल है। रविवार को अलवर, भरतपुर, धौलपुर और झालावाड़ जिले में चुनावी रंजिश को लेकर जगह-जगह फायरिंग और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया गया। उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग लगा दी। वहीं कई घरों में घुसकर तोड़ फोड़कर कर वहां भी आगजनी की। पुलिस ने करीब 150 लोगों को हिरासत में लिया गया।
भरतपुर में दो गुट आपस में भिड़े
भरतपुर में पंचायत चुनावों को लेकर यहां कामां इलाके की कैथवाड़ा ग्राम पंचायत के सोलपुर गांव में रविवार को दो पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गए। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर फायरिंग और पथराव हुआ। ट्रैक्टर और अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। लोगों ने कुछ घरों में तोड़फोड़ कर आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इस हिंसक घटनाओं से गांव में तनाव का माहौल है। इसमें करीब आधा दर्जन महिला-पुरुष घायल हुए। उपद्रवियों ने कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया।
अलवर के कठूमर में भी तनाव
अलवर के कठूमर जाडला गांव में सरपंच पूजा की विजय यात्रा के दौरान दो पक्ष आपस में भिंड गए। दोनों पक्षों की तरफ से पथरबाजी की गई। लोगों ने घरों को भी अपना निशाना बनाया। इस मामले में पुलिस ने करीब 90 लोगों को हिरासत में लिया है।
धौलपुर में भी हालात खराब
दिहौली थाना क्षेत्र के गांव जगरिया पुरा में रविवार सुबह विजयी प्रत्याशी कृष्णा शर्मा और हारे हुए प्रत्याशी रमेश चौधरी के समर्थन आमने-सामने हो गए। दोनों गुटों में जमकर फायरिंग हुई। इसमें तीन लोगों के घायल होने की खबर है। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया।
झालावाड़ में तनाव
झालावाड में भी पंचायत चुनावों में हारे और जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी के समर्थनों में कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्साएं लोगों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी। इस घटना में थानाधिकारी सहित तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 43 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
पंचायत समिति क्षेत्रों में धारा 144
राजस्थान पुलिस ने तनाव को देखते हुए गांव में चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। तनाव को देखते हुए पंचायत समिति क्षेत्रों में धारा 144 लगा दी गई है। किसी को भी जुलूस निकालने की अनुमति नहीं है।