देश के दो युवा सबसे कम उम्र में बने जज, जानें इनके बारे में
राजस्थान में जयपुर के मयंक प्रताप सिंह और हरियाणा में रोहतक के गांव निदांना के दीपक भारद्वाज ने राजस्थान न्यायिक सेवाओं की परीक्षा पास करके नया इतिहास रचा है।

देश के दो युवाओं ने सबसे कम उम्र में जज बनकर इतिहास रच दिया है। राजस्थान में जयपुर के मयंक प्रताप सिंह और हरियाणा में रोहतक के गांव निदांना के दीपक भारद्वाज ने राजस्थान न्यायिक सेवाओं की परीक्षा पास करके नया इतिहास रचा है। मयंक प्रताप सिंह की उम्र 21 साल है जबकि दीपक भारद्वाज की उम्र 21 साल आठ महीने है। मयंक प्रताप ने एक न्यूज चैनल को बताया कि राजस्थान न्यायिक सेवा 2018 परीक्षा को पास करने के लिए हर दिन करीब 13 घंटे पढ़ाई करनी पड़ती थी।
परीक्षा से मुश्किल होता है इंटरव्यू
मयंक प्रताप सिंह ने बताया कि कॉलेज की पढ़ाई बहुत ही दिलचस्पी से की थी इसी वजह से न्यायिक सेवा भर्ती परीक्षा की तैयारी दो माहीने में अच्छे से हो गई थी। लेकिन परीक्षा पास करने से कठीन इंटरव्यू होता है। क्योंकि इंटरव्यू के लिए हाई कोर्ट के दो जज और विधि विशेषज्ञ बैठते हैं। मेरा इंटरव्यू लगभग 30 मिनट तक चला था। मंयक ने कहा कि साक्षात्कारकर्ता ने मेरे बारे में पूछा और विधि क्षेत्र से जुड़े कई सवाल भी पूछे गए थे। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मामले के फैसले के बारे में भी बात हुई। जब इंटरव्यू सही रहा तो महसूस हुआ चयन हो जाएगा, लेकिन ऐसी उम्मीद नहीं थी कि पहली रैंक आ जाएगी।
छोटी उम्र में जज की जिम्मेदारी मिलना अलग अहसास
मयंक प्रताप सिंह ने यह भा कहा कि महज 21 साल की उम्र में जज जैसी जिम्मेदारी मिलना एक अलग ही तरह का अहसास है। मैं कोशिश करूंगा कि इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ निभाऊंगा। मिली जानकारी के मुताबिक मयंक प्रताप सिंह के माता-पिता उदयपुर में सरकारी स्कूलों में वरिष्ठ शिक्षक हैं। साथ ही मयंक ने कहा कि इस परीक्षा को पास करने के लिए कोचिंग नहीं की है। इसके बावजूद मुझे यह सफलता मिली है। यदि लगन से पढ़ाई की जाए तो भी सफलता हासिल हो ही जाती है। अपना फोकस बनाए रखें और भटकें नहीं, यही चीज हमें सफलता तक पहुंचाती है।
दीपक ने हासिल किया 70वां स्थान
रोहतक जिले में निदांना गांव के महज 21 साल आठ महीने के दीपक भारद्वाज ने राजस्थान न्यायिक सेवाओं की परीक्षा को पास कर नया इतिहास रच दिया। इस सूचना से पूरे गांव में खुशी का माहौल छा गया। राजस्थान में 2 जनवरी 2019 को दीपक ने राजस्थान न्यायिक अधिकारी (सिविल जज) के लिए 200 पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी। दीपक ने इस परीक्षा में 70वां स्थान हासिल किया है।
दीपक ने बताया की इस परीक्षा के लिए उसने 2 जनवरी से लगातार 16 से 18 घंटे तक पढ़ाई की तब जाकर यह सफलता हासिल हुई है। दीपक के पिता फौजी हैं। उनके घर ना होने की वजह से दीपक को घर और खेत दोनों की जिम्मेदारी निभानी पड़ती थी।
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