ट्रंप ने भी माना- राष्ट्रपति चुनावों में रूस ने कराई थी ''हैकिंग''
ट्रंप ने कहा कि लीक हुई जानकारी के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ज़िम्मेदार हैं।

X
haribhoomi.comCreated On: 12 Jan 2017 12:00 AM GMT
वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावों में डेमोक्रेटिक नेशनल कमिटी ( डीएनसी) की हैकिंग के पीछे रूस का हाथ माना है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के बाद ट्रंप ने भी यह बात मान ली है। वही ट्रंप ने लीक हुए दस्तावेज़ों की खबरों पर अपनी ही खुफिया एजेंसियों को झूठा बताया है। दरअसल रूसी अधिकारियों के पास ट्रंप की कुछ बेहद आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्डिंग्स मौजूद हैं। लेकिन ट्रंप ने लीक हुए उन दस्तावेज़ों को बेबुनियाद कहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में अमेरिका की खुफिया एजेंसियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। दरअसल हाल ही में कुछ ऐसे दस्तावेज़ लीक हुए थे, जिनमें ये कहा गया कि रूसी अधिकारियों के पास ट्रंप की कुछ ऐसी वीडियो रिकॉर्डिंग्स मौजूद हैं, जो बेहद आपत्तिजनक हैं। लेकिन ट्रंप ने लीक हुए उन दस्तावेज़ों को बेबुनियाद और झूठा बताया है और कहा है कि इसके लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ज़िम्मेदार हैं।
चीन सहित कई देश अमेरिकी साइबर स्पेस में लगाते हैं सेंध-
डोनाल्ड ट्रंप की प्रेस कांफ्रेंस में शुरुआत ही रूस के कथित हैकिंग वाले सवालों से हुई। मीडिया के सवालों पर उन्होंने पहली बार ये बातें कही कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान की गयी हैकिंग रूस की ओर से हो सकती है लेकिन निश्चित तौर पर यह नहीं कहा जा सकता, क्योंकि चीन सहित कई देश अमेरिकी साइबर स्पेस में लगातार सेंध मारते रहते हैं।
हम 2 करोड़ 20 लाख लोगों की जानकारियां खो चुके हैं-
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ”जहां तक हैकिंग का सवाल है, मैं सोचता हूं ये रूस था, लेकिन हम कई दूसरे देशों द्वारा भी हैक किए गए हैं। हाल ही में 2 करोड़ 20 लाख लोगों के नाम और जानकारियां हम खो चुके हैं, इसके पीछे संभवत: चीन भी हो सकता है।” अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ”मैं फिर से कहूंगा ये बेहद शर्मनाक है कि जानकारी लीक हुई, मैंने वो जानकारी देखी है, वो सब झूठी खबरें हैं, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है, हमारे विरोधियों की चाल है, सारे विरोधियों ने एक होकर ये बेबुनियाद जानकारी दी है।”
ट्रंप ने कहा अगर पुतिन मुझे पसंद करते हैं, तो यह बड़ी बात-
उधर रूस ने भी ऐसी खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि ये अमेरिका और रूस के रिश्तों को खराब करने की साज़िश है। ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तारीफ करते रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में भी उन्होंने कहा कि पुतिन की दोस्ती को वो एक संपत्ति की तरह देखते हैं। रूस के इस बयान पर ट्रंप ने कहा कि अगर पुतिन डोनाल्ड ट्रंप को पसंद करते हैं, तो मैं इसे एक संपत्ति की तरह मानूंगा ना कि देनदारी। क्योंकि रूस के साथ हमारे खराब संबंध रहे हैं। रूस आइसिस से लड़ने में हमारी मदद कर सकता है।
रूस दोबारा ऐसा न करें तो मिलेगा सम्मान-
ट्रंप ने यह भी कहा कि रूस दोबारा ऐसा नहीं करेगा और उनके नेतृत्व में रूस का अमेरिका के प्रति सम्मान और बढ़ेगा। उन्होंने कहा, ‘ट्रंप प्रशासन में रूस का अमेरिका के प्रति ज्यादा सम्मान बढ़ेगा।’ ट्रंप ने रूस के पास उनके बारे में कुछ गोपनीय सामग्री की खबरों को किसी बीमार व्यक्ति के दिमाग की उपज बताया। ट्रंप ने ऐसी खबरों को फर्जी बताया है।
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्ट पर-
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Next Story