सुषमा स्वराज ने UN में कहा, नेल्सन मंडेला को भारत रत्न कहने पर गर्व, कई देशों के विदेश मंत्रियों से की द्विपक्षीय वार्ता
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यहां कई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैंठकें कीं और कारोबार, निवेश तथा क्षमता निर्माण समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

X
टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 25 Sep 2018 6:28 AM GMT
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यहां कई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैंठकें कीं और कारोबार, निवेश तथा क्षमता निर्माण समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
स्वराज ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र से इतर कोलंबिया के विदेश मंत्री कार्लोस होम्स ट्रूजिलो, स्पेन के विदेश मंत्री जोसेफ बोरेल, नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ज्ञवाली, मोरक्को के नासीर बोरिता, यूरोपीय संघ में विदेश मामलों के उच्च प्रतिनिधि फेडेरिया मोघेरिनी, लिकटेंस्टाइन के विदेश मंत्री ऑरेलिया फ्रिक से मुलाकात की। संयुक्त राष्ट्र महासभा का 73 वां सत्र सोमवार को शुरू हुआ है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि स्वराज ने ट्रूजिलो से मुलाकात की और व्यापार एवं निवेश, फार्मा, खनन, पेट्रोलियम और क्षमता निर्माण पर सहयोग पर चर्चा की। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने बताया कि स्वराज और बोरेल ने निवेश, नवीनीकरण ऊर्जा, जल शोधन, पर्यटन और हमारी प्रमुख पहलों में उनका योगदान जैसे मामलों में रिश्तों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की।
नेपाल के साथ बैठक पर उन्होंने कहा कि एक करीबी पड़ोसी और एक दोस्त। विदेश मंत्री स्वराज ने नेपाल के विदेश मंत्री ज्ञवाली से संयुक्त राष्ट्र महासभा 2018 के इतर मुलाकात की और हमारे द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। लिकटेंस्टाइन के साथ भारत के राजनयिक संबंधों के 25 साल पूरा होने के मौके पर कुमार ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने व्यापार एवं निवेश, खासतौर पर भारतीय व्यापार मेले एवं पर्यटन में हिस्सेदारी से द्विपक्षीय ताल्लुकात बढ़ाने पर चर्चा की।
ये भी पढ़ेंः सरकार राफेल विवाद पर धारणा की लड़ाई लड़ेगीः सीतारमण
स्वराज की मोघेरिनी के साथ द्विपक्षीय बैठक को लेकर किए ट्वीट में प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझे मूल्यों के आधार पर रणनीतिक साझेदारी।‘‘ मोरक्को के साथ द्विपक्षीय बैठक पर कुमार ने कहा कि इब्ने बतुता के वक्त से ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। स्वराज ने बोरिता के साथ वाणिज्य, फार्मा, साइबर सुरक्षा, रक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के सम्मान में एक शांति सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर सुषमा स्वराज ने मंडेला के सम्मान में कहा कि नेल्सन मंडेला का जीवन एक प्रेरणा है। उन्होंने भेदभाव और विपत्ति के मुकाबले निडरता और साहस को दिखाया। उनके द्वारा समाज को दिए गए अनुग्रहित मूल्य हैं क्षमा, करुणा और समाज की समावेशिता। आज के इन अशांत समयों में उनके इन मूल्यों को पहले से कहीं अधिक जरुरत है।
External Affairs Minister Sushma Swaraj said India considers Nelson Mandela, fondly known as Madiba, as one of its own
— ANI Digital (@ani_digital) September 25, 2018
Read @ANI story | https://t.co/d87HdXC7Uw pic.twitter.com/U4XRbkwAUZ
स्वराज ने आगे कहा कि हमारी दुनिया अभी भी संघर्ष, आतंक और घृणित विचारधाराओं से घिरी हुई है, जो सीमाओं से आगे बढ़ रही है और हमारे जीवन को प्रभावित कर रही है। आतंकवादी या उसके उत्पीड़न का समर्थन करने के लिए किसी को भी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
विदेश मंत्री ने कहा कि हम भारतीयों ने मदीबा (नेल्सन मंडेला) को अपने आप में से एक माना है। हमें उन्हें भारत रत्न कहने पर गर्व है। भारत अफ्रीका और उसके लोगों के साथ अपने विशेष संबंधों को पूरा करता है। हमारे करीबी बंधन मंडेला और महात्मा गांधी के दर्शन में परिलक्षित होते हैं।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Next Story