SCO Summit 2018: बोले पीएम मोदी, भारत कनेक्टिविटी परियोजनाओं का स्वागत करता है
चीन के शहर चिंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 18वें सम्मेलन हो रहा है। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया है।

चीन के शहर चिंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 18वें सम्मेलन हो रहा है। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया है।
एससीओ समिट में बोले पीएम नरेंद्र मोदी भारत कनेक्टिविटी परियोजनाओं का स्वागत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
Plenary session of #SCOSummit2018 underway in China's #Qingdao. PM Narendra Modi and Russian President Vladimir Putin also present pic.twitter.com/8WOivhM8qg
— ANI (@ANI) June 10, 2018
एससीओ समिट के दौरान पीएम मोदी ने आतंकवाद को लेकर कहा कि अफगानिस्तान आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपित गनी ने शांति की तरफ जो कदम उठाए हैं, उनका क्षेत्र में सभी को सम्मान करना चाहिए।
Afghanistan is an unfortunate example of effect of terrorism. I hope the brave steps towards peace taken by President Ghani will be respected by all in the region: PM Narendra Modi at #SCOSummit pic.twitter.com/ZAt7F3lyZF
— ANI (@ANI) June 10, 2018
पीएम मोदी ने आग कहा कि हम इस स्टेज के खिलाफ पहुंच चुके हैं जहां फिजिकलि और डिजिटल संपर्क से जोग्राफी की परिभाषा बदल रही है। हालांकि, हमारे पड़ोसियों से संपर्क और एससीओ देशों के लिये हमारी प्राथमिकता है।
We have again reached a stage where physical and digital connectivity is changing the definition of geography. Therefore, connectivity with our neighbourhood & in the #SCO region is our priority: PM Narendra Modi pic.twitter.com/hSRarpKWBE
— ANI (@ANI) June 10, 2018
पीएम मोदी शनिवार को अपने इस दो दिवसीय दौरे पर रवाना हुए थे। इससे पहले शनिवार को चिंगदाव पहुंचते ही मोदी ने एससीओ समिट से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की थी।
दोनों नेताओं की बैठक चीन के शहर वुहान में अनौपचारिक बातचीत के करीब 6 सप्ताह बाद हुई है। इस दौरान कई मुद्दों पर बातचीत हुई। पिछले साल डोकलाम गतिरोध के बाद दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना और विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत करना है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच मजबूत और स्थिर संबंध स्थिर और शांतिपूर्ण विश्व की प्रेरणा दे सकते हैं। उन्होंने वुहान में शी के साथ हुई अनौपचारिक वार्ता को भी याद किया।
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