करतारपुर कॉरिडोर / पाकिस्तानी मीडिया ने कहा- भारत-पाक संबंधों में तनाव दूर होगा
पाकिस्तानी मीडिया ने गुरुवार को कहा कि करतारपुर गलियारे बनाने के कदम में भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में आयी खटास को दूर करने तथा दोनों पक्षों को सकारात्मक एवं उद्देश्यपूर्ण बातचीत में शामिल करने की क्षमता है।

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टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 29 Nov 2018 7:43 PM GMT
पाकिस्तानी मीडिया ने गुरुवार को कहा कि करतारपुर गलियारे बनाने के कदम में भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में आयी खटास को दूर करने तथा दोनों पक्षों को सकारात्मक एवं उद्देश्यपूर्ण बातचीत में शामिल करने की क्षमता है। यह बहुप्रतीक्षित गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा को जोड़ेगा।
इस गलियारे से भारतीय सिख श्रद्धालु गुरुद्वारा दरबार साहिब तक वीजा रहित यात्रा कर सकेंगे। माना जाता है कि करतारपुर में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने प्राण त्यागे थे प्रधानमंत्री इमरान खान के इस गलियारे के लिए नींव रखने के एक दिन बाद एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपने संपादकीय में कहा कि भारत और पाकिस्तान को अपनी सीमाओं पर महज सात किलोमीटर की दूरी को पाटने में 70 साल से अधिक का वक्त लग गया।
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अखबार ने दावा किया कि पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर और भारत में डेरा बाबा नानक का जोड़ने वाले गलियारे के निर्माण का कदम पाकिस्तान की ओर से उठाया गया। अखबार ने कहा कि करतारपुर का निर्माण ऐसे समय में हो रहा है जब पाकिस्तान और भारत के बीच कोई बातचीत नहीं है और बहुत कम संपर्क है। उसने कहा कि एक सार्थक भरोसा पैदा करने वाले कदम के तौर पर इसमें द्विपक्षीय संबंधों में तनाव को दूर करने तथा दोनों पक्षों को सकारात्मक एवं उद्देश्यपूर्ण बातचीत में शामिल करने की क्षमता है।'
उसने कहा कि यह विभाजन से बंद हुए एक रास्ते को महज फिर से खोलना भर नहीं है बल्कि कूटनीति..धार्मिक कूटनीति के अभूतपूर्व तरीके की शुरुआत है। यह कदम भरोसे पर आधारित सीमा पार संवाद का आदर्श बन सकता है। अखबार ने करतापुर कदम के मद्देनजर द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की आलोचना की।
स्वराज ने बुधवार को कहा था कि जब तक पाकिस्तान, भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को नहीं रोकता तब तक उसके साथ कोई बातचीत नहीं होगी। डॉन अखबार ने कहा कि इस कदम में कई ऐसे कारक हैं जो पाकिस्तान और भारत के बीच सामान्य रिश्ते के लिए चाहिए होते हैं। पाकिस्तान और भारत लोगों के बीच आपसी संपर्क और धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं तथा भारतीय अधिकारी प्रसन्नतापूर्वक पाकिस्तान की यात्रा कर रहे हैं।
अखबार ने कहा कि भारत सरकार ने कोरिडोर के उद्घाटन से बनी सद्भावना को दबा दिया और एक बार उन फिर उम्मीदों को बुझा दिया कि द्विपक्षीय वार्ता जल्द ही दोबारा शुरू हो सकती है।
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