पाकिस्तान: चुनाव से पहले अर्थव्यवस्था लड़खड़ाई, विदेशी मुद्रा भंडार का होगा इस्तेमाल
पाकिस्तान में इसी जुलाई में आम चुनाव होने हैं। इस तरह की अटकलें हैं कि पाकिस्तान चुनाव के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से कर्ज मांग सकता है।

पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को लेकर नये सिरे से आशंका जताई जा रही है क्योंकि मौजूदा कार्यवाहक सरकार ने चालू खाते के घाटे से निपटने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार के इस्तेमाल का वचन दिया है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी तेजी से घट रहा है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में इसी जुलाई में आम चुनाव होने हैं। इस तरह की अटकलें हैं कि पाकिस्तान चुनाव के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से कर्ज मांग सकता है।
देश में भुगतान संतुलन संकट की आशंका है। इससे पहले देश 2013 में मुद्राकोष के पास गया था।
कार्यवाहक वित्त मंत्री शमशाद अख्तर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमें 25 अरब डालर के अपने व्यापार घाटे के अंतर को हमारे भंडार के जरिए पाटना होगा। और कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने कहा कि, ‘हमारी सरकार के समक्ष यह प्रमुख चिंता है। 'देश के केंद्रीय बैंक ने रुपये में 3.7% का अवमूल्यन किया है।'
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