अग्नि-4 से घबराया पाकिस्तान, एमटीसीआर में की शिकायत
पाक ने भारत के मिसाइल कार्यक्रम को खतरा बताया है।

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haribhoomi.comCreated On: 13 Jan 2017 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. बीस मिनट में आधी दुनिया पर हमला करने की तीकत रखने वाली अग्नि-5 एक इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। इसे हाल ही में ओडिशा के व्हीलर द्वीप तट से टेस्ट किया गया था। यह भारत में विकसित मिसाइल है और इसकी मारक क्षमता 5000 किलोमीटर तक है। सतह से सतह पर मार करने वाली ये मिसाइल बीस मिनट के अंदर आधी दुनिया पर परमाणु हमला कर सकती है।
भारत के मिसाइल कार्यक्रम को लेकर पाकिस्तान घबरा गया है और अग्नि-4, अग्नि-5 मिसाइल के प्रक्षेपण के एक सप्ताह बाद उसने चिंता जतायी है। पाक ने भारत के मिसाइल प्रक्षेपण के खिलाफ मिसाइल टेक्नॉलजी कंट्रोल रेजीम (एमटीसीआर) में शिकायत की है।
क्या है एमटीसीआर-
एमटीसीआर ऐसी वैश्विक संस्था है, जो दुनिया के विभिन्न देशों के मिसाइल कार्यक्रमों पर नजर रखती है। इसमें दुनिया के 35 देश सदस्य हैं। एमटीसीआर दुनिया के देशों का ऐसा समूह है, जिसकी सदस्यता हासिल होने के बाद किसी सदस्य देश को एक-दूसरे से मिसाइल व ड्रोन से संबंधित तकनीक बेचने या लेने-देने में दिक्कत नहीं आती है, अन्यथा सदस्यता नहीं रहने पर कई तरह की दिक्कतें आती हैं। भारत को पिछले ही साल इसकी सदस्यता हासिल हुई है।
भारत का मिसाइल कार्यक्रम क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए खतरा-
पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का मिसाइल कार्यक्रम क्षेत्रीय स्थिरता एवं शांति के लिए खतरा है। अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इस संबंध में खबर दी है पाक ने भारत के मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर अपनी चिंता से मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम यानी एमटीसीआर के प्रतिनिधिमंडल को अवगत कराया है। साथ ही मिसाइल तकनीक के प्रसार पर रोक लगाने के लिए एक साझा नीति लाने की मांग की है और कहा है कि एक कॉमन एक्सपोर्ट पॉलिसी गाइडलाइन मिसाइल तकनीक के लिए फॉलो किया जाना चाहिए।पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव तसनीम असलम ने कहा कि एमटीसीआर से इस संबंध में चर्चा की है।
क्यों डर गया है पाकिस्तान-
दरअसल भारत ने हाल ही में अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइलों का परीक्षण किया है। इससे परमाणु शक्ति के मामले में भारत की जद में अब पूरी दुनिया आ चुकी है। भारत इस क्षमता को और विकसित कर रहा है। सूत्रो के मुताबिक भारत अब अग्नि-6 मिसाइल पर भी काम शुरू कर रहा है। इस मिसाइल की खास बात होगी कि यह कई हथियार एक साथ ले जाने में सक्षम होगी और दुश्मन के डिफेंस सिस्टम यानी (MIRVs) (मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री वीइकल्स) को भी आसानी से भेद सकेगी।
पाक के लिए खतरा है खांदेरी सबमरीन पनडुब्बी-
भारतीय नेवी की ताकत को और बढ़ाने के लिए गुरुवार को खांदेरी सबमरीन पनडुब्बी नेवी में शामिल हो गई है। इस पनडुब्बी को डिफेंस स्टेट मिनिस्टर सुभाष भामरे ने इंडियन नेवी मुंबई को सौंपा। जानकारी के मुताबिक इंडियन नेवी में शामिल होने के बाद इस मरीन के कई ट्रायल होंगे जिसके बाद इसे वार जोन में जगह दी जाएगी। स्कॉर्पीन सीरीज की पहली पनडुब्बी कलवरी को पहले ही लॉन्च कर दिया गया था जिसका अभी ट्रायल चल रहा है जो कि जून तक नेवी के वार जोन में शामिल हो जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर तक ट्रायल चलेगा जिसके बाद यह भारतीय सेना में आईएनएस खंदेरी के नाम शामिल होगी।
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