US इमीग्रेशन एंड कस्टम्स की रिपोर्ट में दावा, एशिया से अमेरिका जाने वाले छात्रों की संख्या घटी
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में पढ़ने वाले एफ और एम कैटगिरी के 49 प्रतिशत स्टूडेंट भारत और चीन के हैं।

अमेरिका में विदेशी स्टूडेंट्स के मामले में भारत नंबर दो पर है। करीब 2 लाख से ज्यादा भारतीय स्टूडेंट अमेरिका की कई यूनिवर्सिटियों में पढ़ रहे हैं। इस लिस्ट में पहला नंबर चीन है। यहां चीन के करीब साढ़े 3 लाख से ज्यादा स्टूडेंट हैं।
यूएस इमीग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट्स होमलैंड सिक्यॉरिटी इन्वेस्टिगेशन की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में पढ़ने वाले एफ और एम कैटगिरी के 49 प्रतिशत स्टूडेंट भारत और चीन के हैं।
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रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि यह संख्या और बढ़ सकती है। अमेरिका में दो अलग-अलग प्रकार के अप्रवासी छात्र वीजा हैं।
ये हैं एफ1 और एम1। एफ1 कैटिगरी में वे अवासी छात्र आते हैं जो अकैडमिक या लैंग्वेज ट्रेनिंग प्रोग्राम करना चाहते हैं और एम1 कैटिगरी में नॉन अकैडमिक और वॉकेशनल पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट आते हैं। काफी समय में इन दोनों कैटिगरी में भारत और चीन के छात्रों में 1 और 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है।
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रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुल इंटरनेशनल स्टूडेंट्स में 77 प्रतिशत छात्र एशिया से ही आते हैं। रिपोर्ट की मानें तो भले ही भारत और चीन से जाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन एशिया से इस संख्या में कमी भी आई है।
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