बदल गई किलोग्राम की परिभाषा, जानें किस किस पर होगा इसका असर
फ्रांस के पेरिस में एक ऐतिहासिक मतदान में 50 से अधिक देशों ने एक अंतरराष्ट्रीय मापन प्रणाली में परिवर्तन करते हुए वजन मापने की ईकाई यानि किलोग्राम की परिभाषा को बदल दिया है। इसके अलावा अब मापन की दूसरी और इकाईयों में भी बदलाव करने का रास्ता खुल गया है।

फ्रांस के पेरिस में एक ऐतिहासिक मतदान में 50 से अधिक देशों ने एक अंतरराष्ट्रीय मापन प्रणाली में परिवर्तन करते हुए वजन मापने की ईकाई यानि किलोग्राम की परिभाषा को बदल दिया है। इसके अलावा अब मापन की दूसरी और इकाईयों में भी बदलाव करने का रास्ता खुल गया है।
शुक्रवार को लगभग 50 देशों के वैज्ञानिकों ने एक साथ मिलकर किलोग्राम की नई परिभाषा को मंजूरी दे दी है। अब से वजन मापने का काम किब्बल नाम का एक तराजू करेगा। जिसका आधार प्लेटिनम इरीडियम का सिलिंडर नहीं, बल्कि इसकी जगह यह प्लैंक कॉन्स्टेंट के आधार पर तय किया जाएगा। क्वांटम फिजिक्स में प्लैंक कॉन्स्टेंट को ऊर्जा और फोटॉन जैसे कणों की आवृत्ति के बीच संबंध से तैयार किया जाता है।
आपको बता दें बीते एक सदी से अधिक वक्त से फ्रांस में कड़ी सुरक्षा में रखे गए प्लेटिनम-इरीडियम मिश्र धातु के बने एक सिलेंडर के द्रव्यमान को किलोग्राम की परिभाषा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था। इसे ‘‘ली ग्रांड के' के नाम से भी जाना जाता है। यह साल 1889 से विश्व का एकमात्र वास्तविक किलोग्राम माना जाता रहा है। मतदान के बाद किलोग्राम और अन्य मुख्य मानक इकाईयों को दोबारा परिभाषित किया जायेगा।
ये 20 मई 2019 से प्रभाव में आयेगा। किलोग्राम की नई परिभाषा से विभिन्न देशों के बीच व्यापार और अन्य मानवीय कार्यों पर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि अधिकतर लोगों के जीवन पर इसका कोई खास असर नहीं होगा और बाजारों में किलो के बाट वहीं रहेंगे।
इस कदम को मानवता के लिए जरूरी मापन और गुणन के विश्व में क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। इस बदलाव के बाद अब आने वाले समय में पेरिस में लंबाई के नाप के लिए भी प्लैटिनम इरिडियम की एक छड़ रखी हुई है। हालांकि निर्वात में नियत वेग से रोशनी गुजार कर अब मीटर को परिभाषित किया गया है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App