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खुशखबरी: पासपोर्ट बनाने के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे बड़े शहरों के चक्कर, जानें पूरा मामला
विदेश मंत्रालय ने देश के सभी प्रमुख डाकघरों में पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोलने का निर्णय किया है।

अब पासपोर्ट बनाने के लिए दूर शहरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विदेश मंत्रालय ने डाक विभाग के सहयोग से देश के प्रमुख डाकघरों (HPO) यानी हेड पोस्ट ऑफिस में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने का निर्णय किया है जिन्हें ‘डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र' (पीओपीएसके) कहा जाएगा।
विदेश राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह ने आज राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने दो चरणों में 236 पीओपीएसके खोलने की घोषणा की है। पहले चरण में 86 और दूसरे चरण में 150 पीओपीएसके खोले जाएंगे।
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जनरल सिंह ने बताया कि 22 दिसंबर 2017 तक पहले चरण में घोषित 86 में से 59 पीओपीएसके कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि सरकार का इरादा इस तरीके से देश के मुख्य डाक घरेां में पीओपीएसके खोलने का है जिससे कि प्रत्येक मुख्य डाकघर के 50 किलोमीटर के दायरे में एक पासपोर्ट सेवा केंद्र उपलब्ध हो।
उन्होंने यह भी बताया कि विदेश मंत्रालय ने मई 2014 से अपनी पहुंच का विस्तार करते हुए 15 अतिरिक्त पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) खोल कर देश में पासपोर्ट सेवा केंद्रों की कुल संख्या 92 कर दी है।
जनरल सिंह ने आगे बताया कि पासपोर्ट के लिए साल 2016 में मिले आवदेनों की तुलना में इस साल जनवरी से नवंबर तक प्राप्त आवेदनों की संख्या में 19 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।