मालदीव में सियासी संकट: राष्ट्रपति ने की इमरजेंसी की घोषणा, भारत ने जताई चिंता
सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति को राजनीतिक कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया था जिसे मानने से इनकार करने पर इस संकट की शुरुआत हुई थी।

मालदीव में राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने सोमवार को 15 दिन के आपातकाल का ऐलान कर दिया है। इस घोषणा के साथ ही वहां चल रहा सियासी संकट और गहरा गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति को राजनीतिक कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया था जिसे मानने से इनकार करने पर इस संकट की शुरुआत हुई थी। ताजा जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने सुप्रीम कोर्ट के गेट को तोड़ना शुरू कर दिया है।
इस बीच 'चिंतित' भारत ने अपने नागरिकों को मालदीव यात्रा टालने की सलाह दी है। उधर अमेरिका ने भी कहा है कि सरकार को कानून का सम्मान करना चाहिए।
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— ANI (@ANI) February 5, 2018
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राष्ट्रपति की करीबी अजिमा शुकूर ने सोमवार शाम को टेलिविजन संदेश के जरिए इमर्जेंसी ऐलान किया। मालदीव के राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इसकी जानकारी दी गई है।
इस आदेश के साथ ही मालदीव के नागरिकों के सभी मूल अधिकार निलंबित हो गए हैं और सुरक्षाबलों को किसी को भी संदेह के आधार पर गिरफ्तार करने की शक्ति मिल गई है।
इस सूचना के मुताबिक मालदीव के अनुच्छेद 253 के तहत अगले 15 दिनों के लिए राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन ने आपातकाल की घोषणा की है। इस अवधि में नागरिकों के कुछ अधिकार सीमित रहेंगे, लेकिन सामान्य हलचल, सेवाओं और व्यापार पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
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आपातकाल के ऐलान पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी है। बयान में कहा गया है, 'अमेरिका मालदीव के लोगों के साथ है। मालदीव की सरकार और सेना को कानून, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक संस्थानों का का सम्मान करना चाहिए। दुनिया देख रही है।'
गौरतलब है कि 2013 से यामीन मालदीव की सत्ता संभाल रहे हैं। उन पर अमेरिका के साथ ही भारत की तरफ से भी लगातार पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नाशीद को रिहा करने का दबाव बनाया जा रहा है। नाशीद को 13 साल जेल की सजा हुई थी। इसके साथ ही आठ अन्य राजनीतिक विरोधियों को जेल से रिहा करने का उन पर दबाव है।
भारत की अपने नागरिकों को सलाह
हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता प्रकट की और अपने नागरिकों से अगली सूचना तक हिंद महासागर के इस देश की सभी गैर जरूरी यात्रा टालने को कहा है।
परामर्श में विदेश मंत्रालय ने मालदीव में भारतीय प्रवासियों को भी सुरक्षा के बारे में चौकस रहने और सार्वजनिक स्थानों पर जाने और जमा होने से बचने को कहा है।
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