भारत का ऑपरेशन ''ऑपरेशन ट्राइडेंट'', कांप उठा था पाकिस्तान
भारतीय नौसेना ने 4 दिसंबर, 1971 को कराची स्थित पाकिस्तान नौसेना हेडक्वार्टर पर पहला हमला किया था।

आज ही के दिन यानि 4 दिसंबर, 1971 को भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान को धूल चटा दी थी। भारतीय नौसेना की ताकत देख पाकिस्तान के पैरों तले से जमीन खिसक गई थी। 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ छिड़ी जंग को ऑपरेशन ट्राइडेंट कहा गया था।
उसी की याद में हर साल 4 दिसंबर भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि भारतीय नौसेना की शुरुआत 5 सितंबर 1612 को हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी के युद्धपोतों का पहला बेड़ा सूरत बंदरगाह पहुंचा और 1934 में रॉयल इंडियन नेवी की स्थापना हुई थी।
क्या है 'ऑपरेशन ट्राइडेंट'
बांग्लादेश में आजादी की जंग छिड़ी हुई थी और इसमें भारत भी शामिल था, पाकिस्तान इस बात से बौखला गया। 4 दिसंबर, 1971 को नौसेना ने कराची स्थित पाकिस्तान नौसेना हेडक्वार्टर पर पहला हमला किया।
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एम्यूनिशन सप्लाई शिप समेत कई जहाज नेस्तनाबूद कर दिए गए। इस दौरान पाक के ऑयल टैंकर भी तबाह हो गए। भारतीय नौसैनिक बेड़े को कराची से 250 किमी की दूरी पर रोका गया।
वही आदेश दिया गया कि शाम होने तक 150 किमी और पास जाना और हमला करके सुबह होने से पहले बेड़े को 150 किमी वापस आना है। ताकि जब पाकिस्तान पर हमला हो तब बेड़ा उस हमले से दूर हो। हमला भी रूस की ओसा मिसाइल बोट से किया।
एडमिरल नंदा ने बनाया था प्लान
ऑपरेशन ट्राइडेंट का प्लान नौसेना प्रमुख एडमिरल एस.एम. नंदा के नेतृत्व में बनाया गया था। इस टास्क की जिम्मेदारी 25वीं स्क्वॉर्डन कमांडर बबरू भान यादव को दी गई थी।
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