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तमिलनाडुः सामने आई जयललिता की बेटी, कोर्ट से DNA टेस्ट की लगाई गुहार
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता का निधन पिछले साल ही हो गया था। उसके बाद भी वो तमिलाडु की राजनीति के केंद्र में रहती हैं।

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता का निधन पिछले साल ही हो गया था। उसके बाद भी वो तमिलाडु की राजनीति के केंद्र में रहती हैं। कल यानि गुरूवार को उनकी विधानसभा सीट आरके नगर में चुनाव हुआ। इससे एक दिन पहले दिनाकरन ने उनका अस्पताल में इलाज के दौरान का एक वीडियो जारी कर दिया।
अब एक महिला का दावा कर रही है कि वह जयललिता की बेटी है और मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए अपील की कि जयललिता के पार्थिव शरीर का वैष्णव ब्राह्मण समुदाया के रीति रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाए।
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हाईकोर्ट के जज एस वैद्यनाथन ने महिला की याचिका की पर निर्णय लेने के लिए सुनवाई के लिए कल की तारीख तय की है। महिला की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील वी प्रकाश ने जयललिता से रिश्ते का पता लगाने के लिए डीएनए परीक्षण के अनुरोध को शामिल करने के लिए याचिका में संशोधन का समय मांगा।
बहन को गोद दिया
महिला इसी अनुरोध के साथ पिछले महीने उच्चतम न्यायालय पहुंची थी लेकिन न्यायालय ने इस पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। महिला ने दावा किया कि उसे जयललिता की बहन और उनके पति को गोद दे दिया गया था। हालांकि न्यायमूर्ति एम बी लोकुर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने कहा था कि वह उच्च न्यायालय जाने के लिए स्वतंत्र है।
न्यायमूर्ति वैद्यनाथन ने कहा
जब यह मामला सुनवाई के लिए आया तो न्यायमूर्ति वैद्यनाथन ने कहा कि कई लोगों ने दावा किया कि वे जयललिता के कानूनी उत्तराधिकारी हैं। अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि इस मामले पर अंतिम फैसले के लिए डीएनए परीक्षण का आदेश दिया जा सकता है। साथ ही अदालत ने कहा कि अगर परीक्षण के बाद दावा झूठा साबित हुआ तो याचिकाकर्ता को इसके नतीजों का सामना करना पड़ेगा।