उम्र और स्थिति के बावजूद बार के सदस्यों का सम्मान करना जजों के कर्तव्य- CJI दीपक मिश्रा
में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट एक है और बार हमें पोषित करता है।

दिल्ली में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट एक है और बार हमें पोषित करता है। जजों का कर्तव्य है कि वे अपनी उम्र और स्थिति के बावजूद बार के सदस्यों का सम्मान करें। मैं व्यक्तिगत रुप से ऐसा महसूस करता हूं। मेरा विरोधाभास करने के लिए आपका स्वागत है।
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The Supreme Court is one & the Bar nurtures us. It is the duty of the judges to respect the members of the Bar irrespective of their age & status. I personally feel so & do so. You are welcome to contradict me: Chief Justice of India Dipak Misra in Delhi pic.twitter.com/ggQZOO9AV7
— ANI (@ANI) May 4, 2018
जस्टिस दीपक मिश्रा का अब तक का करियर
63 साल के जस्टिस मिश्र की नियुक्ति वरिष्ठता के आधार पर हुई थी। वह 13 महीने के कार्यकाल के बाद 2 अक्टूबर 2018 को रिटायर होंगे।
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