तालिबान के सत्ता में आने के बाद बाकी देशों ने बदला अपना रुख, पाक ISI प्रमुख ने की कई देशों से भारत की आलोचना
तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान अब अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करना चाहता है। पाकिस्तान ने गुरुवार को अफगानिस्तान के लिए अपनी आर्थिक योजनाओं की घोषणा की और तालिबान के साथ पाकिस्तानी रुपये में द्विपक्षीय व्यापार करने का फैसला किया।

तालिबान सरकार से दुनिया की बदली राजनीति
अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद दुनियाभर में तालिबानी सरकार (Taliban government) के लिए रणनीतियां बनी शुरू हो गई है। दुनिया के कई देशों ने अपनी विदेश नीति में बदलाव कर रही है। मीडिया के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान (Pakistan) के आईएसआई प्रमुख फैज हमीद (ISI Chief) ने रूस, चीन, ईरान और ताजिकिस्तान के खुफिया प्रमुखों से मुलाकात की है। उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के गठन पर दुनिया से उनके साथ अच्छे संबंध को लेकर चर्चा की है।
वहीं कई देशों ने इस बातचीत पर चुप्पी साधी है। तो कई देशों ने तालिबान के खिलाफ मोर्चा खोलने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक इसके अलावा उन्होंने उनसे आतंकवाद को बढ़ावा देने में पिछली अफगानिस्तान सरकारों के साथ भारत द्वारा निभाई गई भूमिका के बारे में भी चर्चा की। उधर, ताजिकिस्तान ने काबुल में तालिबान सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। इसकी वजह है कि तालिबान की सरकार में केवल पश्तून समुदाय की भागीदारी।
तजाकिस्तान की आपत्ति इस बात को लेकर है कि यह तो केवल पश्तुनों की सरकार है, इसमें न तो ताजिक समुदाय को उचित भागीदारी मिली है और न तो हजारा को। तजाकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन ने सख्त लहजे में तालिबान से सरकार में सभी अल्पसंख्यकों की भागीदारी के साथ अफगान में एक समावेशी सरकार लाने को कहा है। साथ ही नाम लिए बगैर पाकिस्तान को भी लपेटा है। तो दूसरी तरफ रूस ने अफगानिस्तान में टैंक भेजने का फैसला किया है।
आपको बता दें कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान अब अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करना चाहता है। पाकिस्तान ने गुरुवार को अफगानिस्तान के लिए अपनी आर्थिक योजनाओं की घोषणा की और तालिबान के साथ पाकिस्तानी रुपये में द्विपक्षीय व्यापार करने का फैसला किया।