पाकिस्तान का झूठ हुआ उजगार: 26/11 मुंबई हमले का मास्टर माइंड साजिद मीर है जिंदा!, ISI ने बताया था 'मुर्दा'
विशेषज्ञों के मुताबिक, एफएटीएफ (FATF) की ग्रे सूची (gray list) से निकलने के लिए पाकिस्तान ने मीर को सजा (Sajid Mir) दिलाने का नाटक किया है।

पाकिस्तान (Pakistan) ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा (LeT- एलईटी) साजिद मीर को एक दशक से अधिक समय के बाद गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (Pakistani intelligence agency ISI) ने एफबीआई (FBI) की ओर से मोस्ट वांटेड घोषित साजिद की मौत होने का दावा किया था। विशेषज्ञों के मुताबिक, एफएटीएफ (FATF) की ग्रे सूची (gray list) से निकलने के लिए पाकिस्तान ने मीर को सजा (Sajid Mir) दिलाने का नाटक किया है।
निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, एफबीआई के एक अधिकारी का कहना है पाकिस्तान वर्षों से मीर की मौजूदगी से इनकार करता रहा है और यहां तक कि एक बार यह भी दावा किया था कि वह मर चुका है। साजिद मीर पाकिस्तान में जिंदा है और हिरासत में है। उसे सजा सुनाई गई है। मीर को मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल करते हुए एफबीआई ने साल 2011 में उस पर 50 लाख डॉलर का इनाम रखा था। अमेरिका और भारत दोनों ही 10 वर्षों से अधिक समय से उसकी तलाश कर रहे हैं। लश्कर सरगना हाफिज सईद के करीब साजिद को मुंबई हमले की योजना बनाने वाले डेविड कोलमैन हेडली और अन्य आतंकवादियों का हैंडलर माना जाता है।
खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, पाक मीर की गिरफ्तारी से दिखाना चाहता है वह आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहा है। क्योंकि यह दिखाकर पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलना चाहता है। बता दें कि साल 2018 में जून के महीने में पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल किया गया था। तभी से वह इस लिस्ट में शामिल है। हालांकि, बीते दिनों जर्मनी में बैठक हुई थी। जिसमें एफएटीएफ ने कहा था कि वह पाकिस्तान का जमीनी परीक्षण करेगा। इसके बाद उसे ग्रे लिस्ट से बाहर करने पर फैसला लिया जाएगा। ऐसे में पाकिस्तान दिखाना चाहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहा है।