पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन! दुबई के अस्पताल में ली अंतिम सांस
पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) के निधन की खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुशर्रफ का शुक्रवार को दुबई (Dubai) के एक अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और गुरुवार से वेंटिलेटर (Ventilators) पर थे।

पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) के निधन की खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुशर्रफ का शुक्रवार को दुबई (Dubai) के एक अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और गुरुवार से वेंटिलेटर (Ventilators) पर थे। उन्हें दिल और अन्य बीमारियों के चलते दुबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कारगिल युद्ध के लिए ठहराया जाता है जिम्मेदार
मुशर्रफ 2001 से 2008 तक पाकिस्तान (Pakistan) के राष्ट्रपति रहे। इससे पहले वह सेना प्रमुख भी थे। कारगिल युद्ध (Kargil War) के लिए सीधे तौर पर मुशर्रफ को जिम्मेदार ठहराया जाता है। उस समय परवेज मुशर्रफ को लगा था कि कारगिल में घुसपैठ कर पाकिस्तान को भारत पर रणनीतिक बढ़त मिल जाएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। और पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी। जिसमें सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिकों को युद्ध में अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
1999 में बने थे पाकिस्तान के 10वें राष्ट्रपति
इस फैसले के बाद भी वह भारत की छवि खराब करने की लगातार कोशिश करते रहे हैं। मुशर्रफ 1999 में सत्ता को तख्तापलट कर पाकिस्तान के 10वें राष्ट्रपति बने। इसके बाद महाभियोग की कार्यवाही से बचने के लिए उन्होंने वर्ष 2008 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 2007 में नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन की सरकार ने परवेज मुशर्रफ के खिलाफ एक असंवैधानिक आपातकाल लगाने के लिए देशद्रोह का मुकदमा दायर किया था।
पाकिस्तान कोर्ट ने परवेज मुशर्रफ को सुनाई हैं मौत की सजा
इस मामले पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को मौत की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार पेशावर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश वकार अहमद सेठ की अध्यक्षता वाली विशेष अदालत की तीन सदस्यीय पीठ ने ऐसी सजा सुनाई है। मुशर्रफ को 31 मार्च 2014 को दोषी ठहराया गया था। परवेज मुशर्रफ छह साल पहले इलाज का हवाला देकर दुबई गए थे और उसके बाद कभी अपने देश पाकिस्तान (Pakistan) नहीं लौटे। मुशर्रफ को हमेशा इस बात का डर रहा है कि अगर वह अपने देश लौटेंगे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Fauzia
फौज़िया, जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म में मास्टर का कोर्स किया है। इस कोर्स दौरान विश्वविद्यालय में होने वाली गतिविधियों में भाग लिया। विश्वविद्यालय में सोशल मीडिया हैंडल किया और बतौर कंटेंट राइटर काम किया। इसके साथ विश्वविद्यालय कि सम्मुख मैगजीन के लिए लिखा। वर्तमान समय में मैं Haribhoomi.com में लाफस्टाइल बिट पर काम कर रही हूं।